सफाई श्रमिक संघ शपथ ग्रहण समारोह से जल्दी निकले धारीवाल जयपुर.कांग्रेस सरकार में रूठने-मनाने का दौर जारी है. बुधवार को संयुक्त वाल्मीकि और सफाई श्रमिक संघ (Shanti Dhariwal left early from ceremony) की कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह में सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक अमीन कागजी ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के कार्यक्रम से जल्दी निकलने पर नाराजगी जताई.
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ की कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह (ceremony of Safai Shramik Sangh) में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, जलदाय मंत्री महेश जोशी, विधायक अमीन कागजी, ग्रेटर मेयर सौम्या गुर्जर, हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर ने अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया सहित अन्य पदाधिकारियों को शपथ दिलाई. हालांकि यूडीएच मंत्री शपथ ग्रहण कराने के साथ ही सफाई कर्मचारियों की मांगों पर विचार करने के लिए एक कमेटी गठित करने की बात कहकर वहां से रवाना हो गए. इस पर विधायक अमीन कागजी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यूडीएच मंत्री धारीवाल हेरिटेज निगम में आए और मीटिंग की बात कहकर समारोह से जल्द निकल गए. क्षेत्र के लोगों को धारीवाल से उम्मीद थी कि वो यहां घोषणाओं का पिटारा खोलेंगे. लोगों की समस्याओं से रूबरू होंगे, लेकिन कार्यक्रम पूरा होने से पहले ही वो निकल गए.
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सफाईकर्मियों की समस्या का होगा निपटारा : इससे पहले धारीवाल ने समारोह में अपने संबोधन में कहा कि (Amin Kagzi expressed displeasure) कांग्रेस की सरकार वाल्मीकि समाज के साथ है. कांग्रेस की सरकार ने ही सफाईकर्मियों की भर्ती को पूरा किया है. सफाई कर्मचारियों की जो भी समस्याएं हैं, उन्हें एक कमेटी का गठन कर पूरा किया जाएगा. सीएम से भी इसे लेकर बात की जाएगी. सफाई कर्मचारियों की जो भी समस्याएं या मांगें हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा. वहीं इस दौरान मौजूद रहे मंत्री महेश जोशी ने कहा कि वो संयुक्त वाल्मीकि-सफाई श्रमिक संघ के संरक्षक हैं. ये संस्था कई सालों से शहर की सफाई का जिम्मा संभाले हुए है. सफाईकर्मियों की जो भी समस्या है, उनका समाधान करते हुए उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा.
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के शपथ लेने के बाद अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा कि राजस्थान सरकार ने जो वादा किया था, उन वादों के कारण ही उन्हें जीत दिलाई थी. उन्हीं वादों को याद दिलाते हुए एक बार फिर रिक्त पदों पर कर्मचारियों की भर्ती की मांग की गई है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सफाई कर्मचारियों की जो भर्ती होगी, उनमें 2018 से पहले ठेके, बीट और मस्टरोल पर काम करने वाले कर्मचारियों को नियुक्ति दी जाए. साथ ही बताया कि 1995 से पहले कोई कर्मचारी 45 वर्ष की आयु के बाद गंभीर बीमारी से पीड़ित हो जाता था, तो उसके परिवार के किसी भी आश्रित को नौकरी लगाई जा सकती थी. उस आदेश को दोबारा लागू कराने की मांग की है. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि आरजीएचएस के पैसे को नगर निगम जमा नहीं करा रही, जिसकी वजह से सफाई कर्मचारियों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा.