जयपुर.प्रदेश में इस बार एक नहीं दो नहीं बल्कि चार-चार साधु-संत विधानसभा में पहुंचे हैं. इन्हीं में से एक हवामहल विधानसभा के विधायक बालमुकुंद आचार्य जीत दर्ज करने के बाद पहले ही दिन से एक्शन में नजर आए. सोमवार को बालमुकुंद आचार्य ने अवैध मीट की दुकानों के खिलाफ मोर्चा खोला. साथ ही बीते 5 साल में जिन पुजारियों की हत्या की गई, उनकी केस फाइल रिओपन करने की बात कही. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने सीएम फेस को लेकर कहा कि बीजेपी में कमल का फूल ही चेहरा है. यहां "मम्मी, बेटे, जीजी, जीजाजी" की कंपनी नहीं, बल्कि शीर्ष नेतृत्व विचार करके निष्कर्ष निकालता है.
मीट की दुकान बिना नियमों के न चलें :हवामहल विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर के बाद 974 वोटों से जीतने वाले बालमुकुंद आचार्य परिणाम आने के अगले दिन ही अवैध मीट की दुकानों के लाइसेंस टटोलने और नियमों का पाठ पढ़ाने पहुंचे. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि एक बड़ी समस्या माता बहनों ने बताई थी कि मंदिर में दर्शन के लिए जाने के दौरान जगह-जगह मीट की दुकान खुली हुई है. खुले में मीट बिक रहा है और उनके अवशेष रोड पर पड़े हैं, जिन्हें वहां बैठे कुत्ते खाते हैं. ये कुत्ते आने-जाने वाले बच्चों को काटते हैं. उन्होंने कहा कि निवेदन किया गया है कि मीट की दुकान बिना नियमों के न चलें. जो नियम हैं, वो लागू होने चाहिए. नियम पूर्वक, लाइसेंस लेकर, ढंककर मीट की दुकानें संचालित हों.
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5 साल में शहर को उजाड़ दिया:उन्होंने कहा कि हवामहल विधानसभा क्षेत्र की देवतुल्य जनता ने आशीर्वाद दिया है. बीते 5 साल में जो नहीं हुआ वो 1 साल में करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, क्योंकि आगे और चुनाव भी आएंगे. उन्होंने कहा कि पदयात्रा की तब कई समस्या सामने आई, उनको लिस्टेड किया गया है. इनमें जाम की समस्या, माता बहनों की चेन टूटना, पर्स छिनना, सीवर लाइन की समस्या, सड़क की समस्या, तारों का जाल बिछा होना समस्या है. उन्होंने कहा कि जो हेरिटेज डेवलपमेंट का पैसा आया था, उसे कहां लगाया गया है, यह भी नहीं पता. 5 साल में शहर को उजाड़ दिया गया.