चौमू (जयपुर).राजधानी के चौमू कस्बे में नगर पालिका ने शनिवार को अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया. सुबह-सुबह बंधे चौराहे पर नगर पालिका प्रशासन का अतिक्रमण हटाने के लिए एक दस्ता पहुंच गया. इस पर लोगों की ओर से अतिक्रमण हटाने वाले दस्ते पर भेदभावपूर्ण तरीके से कार्रवाई करने का आरोप लगाया है.
चौमू नगर पालिका ने भेदभावपूर्ण तरीके से की कार्रवाई दरअसल, बंधे चौराहे पर 6 से ज्यादा अवैध रूप से थड़ियां रखी हुई है. लेकिन नगर पालिका प्रशासन ने महज एक थड़ी को ही हटाकर खानापूर्ति कर दी. पालिका का यह अभियान एक बेवा पर कहर बन गया. जानकारी के मुताबिक लोहार परिवार की एक विधवा महिला की थड़ी कई सालों से यहां रखी हुई थी.
उसी के सामने नगर पालिका में कार्यरत एक संविदाकर्मी की थड़ी यहां नगर पालिका प्रशासन ने रखवा दी और लोहार की थड़ी को हटा दिया गया. बता दें कि रिछपाल लोहार की मौत तकरीबन 2 महीने पहले हो चुकी है. लोहार की पत्नी यहां लोहे का सामान बेचकर अपनी आजीविका चला रही थी. लेकिन नगरपालिका की इस कार्रवाई के बाद उसका रोजगार भी छिन गया.
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स्थानीय लोगों की मानें तो इसी चौराहे पर तकरीबन 6 से ज्यादा अवैध थड़ियां रखी हुए है, जो प्रभावशाली लोगों की है. प्रभावशाली लोगों ने इन थड़ियों को किराए पर दे रखा है. लेकिन नगर पालिका प्रशासन ने इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. इस पूरे मामले में अधिशासी अधिकारी से बातचीत करने की कोशिश की गई लेकिन मौके पर मोबाइल स्विच ऑफ मिला. डीएलबी की डीडीआर रेनू खंडेलवाल ने इस पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है.
वहीं, इस पूरे मामले में विधायक रामलाल शर्मा ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा किसी विधवा महिला के साथ इस तरह भेदभाव पूर्ण कार्रवाई करना अनुचित है. इसको लेकर भाजपा एक बड़ा आंदोलन करने की तैयारी करेगी. गौरतलब है कि नगर पालिका में चेयरमैन का कार्यकाल पूरा होने के बाद अधिशासी अधिकारी को ही प्रशासक बनाया गया है और अधिशासी अधिकारी सलीम खान अपनी मनमर्जी कर रहे हैं.