कालवाड़ (जयपुर).राजधानी जयपुर के कालवाड़ थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल पर मरीज की मृत्यू हो जाने के बाद रुपए ऐंठने का आरोप लगा है. पीड़ित ने कालवाड़ थाना क्षेत्र में मामले को लेकर रिपोर्ट दर्ज करवाई है.
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परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि वह गुरुवार को निजी अस्पताल में अपने भाई को भर्ती करवाया था. मरीज को भर्ती करने के कुछ देर बाद डॉक्टरों ने बताया कि उसे हार्ट अटैक आया है और इसके लिए एंजियोग्राफी करनी पड़ेगी. साथ ही हार्ट ब्लॉक होने के कारण उसमें छल्ला डालना पड़ेगा, जिसके बाद मरीज एकदम सही हो जाएगा. डॉक्टर ने ऑपरेशन का खर्चा 1.58 लाख रुपए बताया.
परिवादी ने बताया कि इसके बाद परिजनों की सहमति से उसने भाई के ऑपरेशन के लिए डॉक्टरों को सहमति दे दी. इसके बाद डॉक्टरों ने उसे दो बार मरीज से मिलने के लिए अंदर भेजा, लेकिन मरीज बेहोशी हालत में था. इसपर डॉक्टरों ने कहा कि मरीज को जब होश आ जाएगा तब फिर से मिल लेना और काउंटर पर पैसा जमा कराने को कहा.
उन्होंने बताया कि इसके बाद 40 हजार रुपए काउंटर पर जमा करा दिया. परिवादी ने आरोप लगाया कि पैसे जमा कराने के बाद रात भर उसे अपने भाई से नहीं मिलने दिया गया. शुक्रवार को सुबह परिवादी ने मरीज से मिलना चाहा, लेकिन डॉक्टरों ने मरीज को ठीक बताकर नहीं मिलने दिया. इसके बाद डॉक्टरों ने 40 हजार रुपए और जमा करवाने को कहा, जिसपर फिर से 40 हजार रुपए जमा करवा दिए गए.
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परिवादी ने आरोप लगाया कि पैसे जमा करवाने के 20 मिनट बाद डॉक्टरों ने कहा कि आपकी मरीज की मृत्यू हो गई. साथ ही डॉक्टरों ने कहा कि बचा हुआ पेमेंट जमा करवाकर मरीज की डेड बॉडी ले जा सकते हैं. परिजनों ने आरोप लगाया कि मरीज की मौत के बाद डॉक्टरों ने उससे पैसे ऐंठ लिए.
वहीं, घटना की सूचना पर भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और जमकर हंगामा और नारेबाजी की. परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उन्होंने हॉस्पिटल के डॉक्टरों के खिलाफ कालवाड़ थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है. घटना की सूचना पर कालवाड़ थानाधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश कर पोस्टमार्टम के लिए शव को अस्पताल पहुंचाया.