जयपुर.कई बार सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को वहां से गुजर रहे राहगीर पास के अस्पताल में ले जाते हैं. अस्पताल प्रबंधन उपचार शुरू करने से पहले पंजीकरण कराने और काउंटर पर पैसा जमा कराने को कहता है. कई बार होता है कि समय से उपचार नहीं मिलने की वजह से मरीज की मौत हो जाती है. ऐसे मामले सामने आने के बाद गहलोत सरकार ने इसे लेकर गंभीरता दिखाई है.
चिकित्सा निदेशालय और स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा प्रदेश के सभी संयुक्त निदेशक, सीएमएचओ और पीएमओ को इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं. इन निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि सड़क दुर्घटना से संबंधित आपातकालीन परिस्थिति में जब अस्पताल एवं डाॅक्टर से चिकित्सकीय देखभाल उपलब्ध कराने की आशा की जाती है. आदेश में कहा गया है कि उपचार में लापरवाही करने वाले डाॅक्टर्स पर इलाज नहीं किए जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.