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जयपुर : चौमूं में एसीबी की कार्रवाई, 10 हजार की रिश्वत लेते प्रहराधिकारी और सिपाही गिरफ्तार - जयपुर देहात एसीबी की कार्रवाई

राजस्थान में भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) की ओर से लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में जयपुर देहात एसीबी (ACB) ने बुधवार को आबकारी पुलिस थाने में तैनात प्रहराधिकारी और सिपाही को रिश्वत (Bribe) लेते गिरफ्तार किया है. वहीं एसीबी आगे की कार्रवाई कर रही है.

रिश्वत लेते प्रहराधिकारी और सिपाही गिरफ्तार, Police officer and constable arrested for taking bribe
रिश्वत लेते प्रहराधिकारी और सिपाही गिरफ्तार

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Published : Jun 16, 2021, 1:13 PM IST

चौमूं (जयपुर). आबकारी पुलिस थाने में जयपुर देहात एसीबी (ACB) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. जहां एसीबी ने आबकारी पुलिस थाने में तैनात प्रहराधिकारी सुमेर सिंह और सिपाही अंगद सिंह को रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों ने परिवादी से एक मुकदमे में नाम काटने की एवज में 10 हजार रुपयों में सौदा किया था.

रिश्वत लेते प्रहराधिकारी और सिपाही गिरफ्तार

जहां 6900 रुपए दोनों आरोपी पहले ले चुके थे. वहीं बुधवार को 31सौ रुपए लेते समय एसीबी ने दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. एसीबी के एएसपी नरोत्तम वर्मा के निर्देश पर CI मानवेंद्र और नीरज भारद्वाज ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.

जानकारी के मुताबिक परिवादी को सुमेर सिंह शराब के मुकदमे में नाम दर्ज करने की धमकी दे रहा था. आरोपी सुमेर सिंह ने परिवादी से नाम हटाने के लिए 10 हजार रुपयों की मांग की. इसकी शिकायत परिवादी ने जयपुर एसीबी (Jaipur ACB) को की, जिस पर एसीबी ने बुधवार को जाल बिछाकर दोनों आरोपियों को ट्रैप (trap) कर लिया. इस कार्रवाई के बाद आबकारी पुलिस थाने में हड़कंप मच गया.

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इधर, एसीबी की टीम ने आरोपियों के कब्जे से रिश्वत की राशि 3100 रुपये बरामद कर लिए है. वहीं इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. जानकारी इस बात की मिल रही है एक अन्य कर्मचारी की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है. परिवादी पाराशर मीणा ने बताया कि आबकारी विभाग के प्रहराधिकारी सुमेर सिंह घर पहुंचे और भांजे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया और मेरा नाम भी उस मुकदमे में जबरन जोड़ने की धमकी देने लगे. नाम नहीं जोड़ने पर रुपयों की मांग की, उसके बाद परिवादी पाराशर मीणा ने एसीबी को शिकायत की.

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