जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय में भूख हड़ताल और प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों पर पुलिस की ओर से लाठीचार्ज और उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करने से एबीवीपी के विद्यार्थियों में रोष है. इसके चलते शुक्रवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर धरना दिया और राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन, प्रदेश सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की.
एबीवीपी के छात्रों ने की मुकदमें वापस और चीफ प्रॉक्टर को हटाने की मांग अब एबीवीपी की मांग है कि विद्यार्थियों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाए. अपनी इस मांग को लेकर एबीवीपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की है. इसके साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर एचएस पलसानिया को भी हटाने की मांग की है.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय ठाकुर ने बताया कि छात्रहितों की 21 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन और भूख हड़ताल कर रहे विद्यार्थी कुलपति से मिलने गए तो उन पर पुलिस से लाठीचार्ज करवाया गया. इसके बाद विद्यार्थियों से वार्ता में सभी मांगों पर विवि प्रशासन ने सहमति दे दी. लेकिन रात में 15 विद्यार्थियों के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया गया. इससे एबीवीपी कार्यकर्ताओं में रोष है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार की मनमानी और राजस्थान पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ आज एबीवीपी प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है.
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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री होशियार मीणा ने बताया है कि अपनी मांगों को लेकर एबीवीपी के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राज्यपाल से मुलाकात कर विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर एचएस पलसानिया को हटाने की मांग की है. इसके साथ ही आज पुलिस कमिश्नर से मिलकर विद्यार्थियों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की मांग की है.