जयपुर. मोदी सरकार ने इस वित्त वर्ष में आम बजट पेश कर दिया है. लेकिन जो बजट पेश किया गया उससे महिला वर्ग को थोड़ी निराशा हुई है. महिला कारोबारियों का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि महिलाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर बजट में चर्चा की जाएगी लेकिन मोदी सरकार के इस बजट में महिला वर्ग को निराश किया है.
बजट में महिलाओं को मिली निराशा : महिला कारोबारी
मोदी सरकार द्वारा पेश किए इस आम बजट के बाद महिला कारोबारियों का कहना है कि उन्हें इस बजट से जितनी अपेक्षाएं थी. यह उस पर खरा नहीं उतर पाया है. उनका कहना है कि इस बजट से महिला वर्ग को निराशा मिली है.
फिक्की लेडीज ऑर्गेनाइजेशन जयपुर चैप्टर की पूर्व चेयरपर्सन अपरा कुच्छल ने बजट के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिस तरह से मोदी सरकार महिलाओं को लेकर लगातार बड़े-बड़े वादे किए जा रहे हैं तो ऐसे उम्मीद की जा रही थी कि इस बजट में महिलाओं के लिए कोई बड़ी घोषणा की जाएगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. महिला सुरक्षा को लेकर सरकार को कोई कदम उठाना चाहिए था लेकिन सरकार ने बजट के दौरान इसे लेकर कोई बात नहीं कही.
हालांकि मुद्रा योजना के तहत लोन की बात जो महिलाओं के लिए कही गई है उससे जरूर महिलाओं को फायदा होगा. अन्य किसी मुद्दे को लेकर बजट में चर्चा नहीं की गई है. वहीं महिला कारोबारी पल्लवी मिश्रा ने बताया कि सरकार ने उज्जवला योजना के दायरे को बढ़ाने की बात कही है. जो काफी अच्छी है लेकिन कुछ और घोषणाएं भी महिलाओं को लेकर की जा सकती थी. महिला सुरक्षा को लेकर लगातार मोदी सरकार दावे कर रही है, लेकिन इस बजट में महिला सुरक्षा के मुद्दे को लेकर कोई बड़ा फैसला नहीं किया गया है. जिससे महिला वर्ग में निराशा देखने को मिल रही है.