जयपुर.डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है लेकिन इन्हीं डॉक्टर के साथ कदम से कदम मिलाकर काम करने वाले नर्सिंग कर्मियों को हमेशा भुला दिया जाता है. लेकिन सवाई मानसिंह अस्पताल में कार्यरत नर्सिंग कर्मियों द्वारा संजीवनी सेवा नाम की समिति भी चलाई जा रही है. जिन्होंने अब तक हजारों लावारिस मरीजों को उनके घर वालों से मिलाया है. इस सेवा समिति से जुड़े नर्सिंग कर्मियों का कहना है कि उन्होंने यह कार्य वर्ष 2012 से शुरू किया था जो अब तक लगातार जारी है.
एसएमएस अस्पताल के नर्सिंगकर्मी मानवसेवा में कायम कर रहे है मिसाल
वर्ष 2012 से मानवसेवा के कार्यों में जुटी है संजीवनी सेवा समिति, लावारिस मरीजों के उनके परिजनों से मिलाने का काम रही नर्सिंगकर्मियों का यह संस्था, अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के मौके पर ऐसे नर्सिंगकर्मियों को सलाम
इसके तहत अस्पताल में जितने भी लावारिस है. मरीज भर्ती होते हैं उनको या तो आश्रम तक यह लोग पहुंचाते हैं या फिर उनके ठीक होने पर उनके घरवालों के बारे में जानकारी लेकर इन लावारिस मरीजों को उनसे मिलाया जाता है. अब तक हजारों ऐसे मरीजों को वह उनके घर वालों से मिला चुके हैं.इस समिति से से जुड़े हुए हैं नर्सिंग कर्मी बलदेव चौधरी ने बताया कि जब कोई लावारिस मरीज अस्पताल में भर्ती होता है तो उसको संभालने का कार्य है इन लोगों के द्वारा ही किया जाता है यहां तक कि दवाइयों उसके रहने खाने-पीने का खर्च भी इस संस्था द्वारा ही उठाया जाता है.