जयपुर. बीते करीब 2 सप्ताह से राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल के खिलाफ प्रदेश ने प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर सड़कों पर हैं. उन्होंने निजी अस्पतालों में काम बंद कर रखा है, ऐसे में मरीज परेशान हैं. सरकार की ओर से भी यह साफ कर दिया गया है कि डॉक्टरों की जो भी मांग थी उसे मानते हुए बिल तैयार किया गया है. लेकिन जिस तरह से डॉक्टर राइट टू हेल्थ बिल वापस लेने की मांग पर अड़े हैं उस मांग को सरकार मानने के लिए तैयार नहीं है.
दो दिन पहले डॉक्टरों को वार्ता के लिए मध्यस्थता करने की बात कह चुके राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से आज डॉक्टरों के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अपनी बातों से डोटासरा को विस्तार से अवगत करवाया. हालांकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने डॉक्टरों से बिल वापस लेने के संबंध में कोई बात नहीं की लेकिन उन्होंने डॉक्टरों को यह आश्वासन जरूर दिया है कि डॉक्टर जब चाहे वह उच्च अधिकारियों से वार्ता कर सकते हैं,उसके लिए सरकार के द्वार खुले हैं.
उन्होंने सीधे तौर पर डॉक्टरों से एक ही बात कही कि जो भी नियम डॉक्टर चाहते हैं उसे इस बिल में समाहित किए जाएंगे वह नियम लागू करने के लिए सरकार भी तैयार है और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नाते वह भी राइट टू हेल्थ बिल में नियम को लेकर चल रही अनिश्चितता की स्थिति साफ करना चाहते हैं. ऐसे में बिल में जो बातें सरकार ने नियमों में लागू करने की बात कही है वह नियम तैयार होते समय जोड़ दिए जाएंगे.