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वार्ड परिसीमन के काम के लिए 2 दिन में घटाए 86 दिन, अधिकारियों की बढ़ी मुश्किलें - वार्डों के परिसीमन

जयपुर, जोधपुर और कोटा नगरीय निकायों में वार्डों के परिसीमन के लिए अब 26 दिनों की कटौती और कर दी गई है. स्वायत्त शासन विभाग की ओर से गुरुवार को एक बार फिर संशोधित अधिसूचना जारी की गई. जिसमें परिसीमन का जो काम 31 जनवरी तक किया जाना था, उसे अब 5 जनवरी तक ही पूरा करना होगा.

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Published : Nov 22, 2019, 8:41 AM IST

जयपुर. वार्ड परिसीमन का काम करने के लिए स्वायत्त शासन विभाग की ओर से 2 दिन में 26 दिन घटा दिए गए हैं. पहले बुधवार और शुक्रवार एक बार फिर संशोधित अधिसूचना जारी करते हुए वार्ड परिसीमन के अंतिम प्रकाशन की तारीख 31 जनवरी की जगह 5 जनवरी कर दी गई है. जयपुर, जोधपुर और कोटा में बनने वाले दो-दो नगर निगम में वार्डों का पुनर्गठन नए सिरे से होना है. ऐसे में अधिकारियों के सामने चुनौती और बढ़ गई है.

वार्ड परिसीमन के लिए कम हुई समयावधि

वार्ड परिसीमन का काम 15 नवंबर से शुरू हुआ है. ऐसे में अब नगर पालिका अधिकारियों के पास महज 46 दिन का समय बचा है. संशोधित अधिसूचना के अनुसार नगर पालिका अधिकारी को वार्डों के पुनर्सीमांकन का प्रस्ताव तैयार कर उसका प्रकाशन 24 दिन में करना है. जिसके लिए 15 नवंबर से 8 दिसंबर 2019 की तारीख निर्धारित की गई है.

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पुनर्सीमांकन के प्रस्ताव पर आपत्ति आमंत्रित कर उन्हें प्राप्त करने के लिए 12 दिन का समय निर्धारित किया गया है. ये काम 20 दिसम्बर तक चलेगा. इसके बाद 7 दिन में नक्शे, आपत्तियों का निपटारा और राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा. आखिर में राज्य सरकार द्वारा आपत्तियों का निस्तारण और प्रस्ताव का अनुमोदन, राजपत्र में अंतिम प्रकाशन 9 दिन में यानी 5 जनवरी तक किया जाएगा. हालांकि एक बार फिर स्वायत्त शासन विभाग ने हाई कोर्ट में विचाराधीन चल रहे मामले का हवाला देकर संशोधित अधिसूचना जारी की है.

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गौरतलब है कि पिछली बार जब जयपुर में 150 वार्डों को लेकर परिसीमन हुआ था. उस दौरान भी वोटर और जनसंख्या को लेकर काफी विवाद हुआ था। आखिरी समय तक भी जनप्रतिनिधियों ने वार्ड परिसीमन पर सवाल उठाए थे. पर अब की बार तो नगर पालिकाओं के पास समय भी काफी कम है, तो ऐसे में आपत्तियों का पुलिंदा लगना तय है.

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