जयपुर. प्रदेश में सोमवार को लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण का मतदान शांतिपूर्संवक सपन्न हो गया. इस बार के चुनाव में 13 सीटों पर मतदान प्रतिशत 68.25 प्रतिशत रहा जो कि पिछले साल की तुलना में अधिक है. पिछले लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 64.27 प्रतिशत था.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार प्रेसवार्ता करते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि राजस्थान में प्रथम चरण के लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुए. राजस्थान के मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस उत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लिया है, जिससे इस बार मतदान प्रतिशत 68.25 प्रतिशत रहा है. ऐसे में अगर पिछले साल की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ा है. पिछले लोकसभा चुनाव में यह मतदान प्रतिशत 64.27 प्रतिशत प्रतिशत था.
लोकसभा चुनाव में इस लोकसभा चुनाव में पहली बार वीवीपैट मशीन का भी उपयोग किया गया है. चुनाव के प्रथम चरण में 28,182 मतदान केंद्रों पर मत डाले गए हैं. सुबह से ही निर्वाचन विभाग मतदान केंद्रों पर आने वाली समस्याओं को लेकर अलर्ट था. जैसे-जैसे मतदान केंद्रों पर ईवीएम मशीनों सहित अन्य कई समस्याएं मिली तो उनका तुरंत निस्तारण भी करवाया गया, जिन मशीनो में खराबी आ रही थी. उन मशीनों को जल्द से जल्द बदला गया. मतदान की प्रक्रिया को बाधित नहीं होने दिया गया.
वहीं बाड़मेर और अजमेर में एक मतदान केंद्र पर बैलेट यूनिट को क्षति पहुंचाने के प्रकरण सामने आए. दोनों प्रकरणों में एफआईआर दर्ज करवाई गई है. उन्होंने बताया कि मतदान निष्पक्ष और स्वतंत्र हुए हैं. किसी भी प्रकार की बोगस और फर्जी मतदान की शिकायत नहीं मिली है. मतदान के दौरान 4 मतदान कर्मियों की मौत की खबर भी सामने आई है.
राजसमंद, उदयपुर, जोधपुर और अजमेर में 4 मतदान कर्मियों की मौत हुई है. लेकिन मौत के कारणों की जानकारी अभी सामने नहीं आ पाई है. सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत बाड़मेर में और सबसे कम मतदान प्रतिशत पाली में रहा है. बाड़मेर में 73.15 प्रतिशत और पाली में 61.57 प्रतिशत मतदान हुआ है.