जयपुर. राजधानी में आए दिन बाल श्रम के मामले सामने आ रहे हैं. मंगलवार को डीसीपी नॉर्थ राजीव पचार के निर्देशन में बाल श्रम के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. एडिशनल डीसीपी नॉर्थ धर्मेंद्र सागर के नेतृत्व में मानव तस्करी विरोधी यूनिट और बचपन बचाओ आंदोलन समिति ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 5 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है.
5 बाल श्रमिकों को करवाया गया मुक्त भट्टा बस्ती थाना पुलिस के सहयोग से भट्टा बस्ती इलाके में कार्रवाई करते हुए बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया गया है. बचपन बचाओ आंदोलन के प्रोजेक्ट ऑफिसर देशराज सिंह की सूचना पर कार्रवाई की गई है. पुलिस ने मामले में आरोपी मोहम्मद फिरोज को भी मौके से गिरफ्तार किया.
जानकारी के मुताबिक बच्चों को बिहार से जयपुर लाकर बाल मजदूरी का काम करवाया जा रहा था. बच्चों को चूड़ी कारखाने में काम करवाया जाता है. जिनको समय पर भोजन भी नहीं दिया जाता. करीब 16 से 18 घंटे बेरहमी के साथ काम करवाया जाता है. इस कार्रवाई में कांस्टेबल विनोद कुमार, दिलसुख, अनीता महिला ने भी अहम भूमिका निभाई है. पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपी से पूछताछ कर पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
बता दें इससे पहले भी भट्टा बस्ती इलाके में बाल मजदूरी के मामले सामने आए थे. पिछले दिनों भी पुलिस ने भट्टा बस्ती इलाके में चूड़ी कारखानों से बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया था. बच्चों को बिहार से जयपुर लाकर बाल श्रम करवाया जाता है. इन बच्चों से करीब 16 से 18 घंटे काम करवाया जाता है, जिन्हें समय पर भोजन भी नहीं दिया जाता, ना ही बाहर निकलने दिया जाता है.
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इसी के साथ पिछले सप्ताह भी गलता गेट थाना पुलिस ने बाल तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए एनजीओ के सहयोग से 7 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया था. बच्चों को बाल श्रम करवाने के लिए बिहार से जयपुर लाया गया था. इस दौरान चाइल्ड लाइन, आसरा संस्थान और टाबर संस्थान के सहयोग से गलता गेट पुलिस ने बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया. एक निजी बस में बाल श्रमिकों को बिहार से जयपुर लाया गया था.
इस दौरान रास्ते में पुलिस ने एनजीओ की सहायता से बाल श्रमिकों से भरी बस को रुकवाया. पूछताछ करने पर पता चला कि बच्चों को मजदूरी के लिए जयपुर लाया गया है. पुलिस ने बस को पकड़कर बच्चों को मुक्त करवाया. इससे पहले भी गलता गेट इलाके में एनजीओ की सूचना पर पुलिस ने बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया था. बच्चों को बिहार से लाकर जयपुर में बाल श्रम करवाया जाता है.