जयपुर. राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल में गुरुवार को 28वां अंगदान कार्यक्रम हुआ. एक ब्रेन डेड व्यक्ति के अंगदान से दो लोगों को जीवनदान मिला है. धौलपुर के एक व्यक्ति सड़क दुर्घटना में गंभीर घायल हो गया था. एसएमएस अस्पताल में उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद उसके परिजनों को समझाइश के बाद ब्रेन डेड व्यक्ति के किडनी और लीवर को दो व्यक्तियों में प्रत्यारोपित किए गए. यह प्रदेश का 55वां और इस अस्पताल का 28वां अंगदान है.
कहते हैं परोपकार से बड़ा कोई भी धर्म नहीं होता. परोपकार की सबसे बड़ी नजीर धौलपुर के युवक अजीत पाल और उसके परिजनों में देखी गई. सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर के मीडिया प्रभारी और नोडल ऑफिसर ऑर्गन ट्रांसप्लांट डॉ. देवेंद्र पुरोहित के मुताबिक अजीत पाल 24 दिसम्बर 2023 शाम को राजाखेडा नाहिला धौलपुर में किसी रिश्तेदार से मिलकर अपने घर लौट रहा था. बाइक के सामने जानवर के आ जाने से असंतुलित होकर अजीत पाल बाइक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके बाद उसे आगरा के रेनबो अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से उसे 25 दिसंबर 2023 को सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर में रेफर किया गया. सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर के चिकित्सकों के अथक प्रयासों के बावजूद भी अजीत पाल को बचा पाना संभव नहीं हो पाया. 1 जनवरी 2024 को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. चिकित्सकों और ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर्स की समझाइश के बाद अजीत पाल की मां चंद्रवती, पत्नी सुमन और अन्य रिश्तेदारों ने अंगदान की सहमति दी.