जयपुर.उमेश गोपीनाथ जाधव ने 9 अप्रैल 2019 को बैंगलुरु से यात्रा की शुरुआत की थी. इसके बाद पूरे देश में भ्रमण करते हुए पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के जवानों के गांव-गांव पहुंचकर उनके घरों से मिट्टी एकत्रित कर रहे हैं. कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पांडुचेरी, गोवा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात से अहमदाबाद होते हुए जयपुर पहुंचे.
वे अब तक कुल 26 हजार किलोमीटर की यात्रा तय कर चुके हैं और स्कूली बच्चों देश के नागरिकों और जवानों में देशभक्ति की भावना के प्रचार-प्रसार के लिए यात्रा कर रहे हैं. शहीदों के घर तक जाकर वहां की इस मिट्टी से 14 फरवरी 2020 को पुलवामा सीआरपीएफ कैंप में अखंड भारत का नक्शा बनाया जाएगा.
उमेश गोपीनाथ जाधव ने बताया कि 26000 किलोमीटर की यात्रा करके राजस्थान की भूमि पर पहुंचा हूं. उन्होंने राजस्थान के सम्मान के लिए आभार जताते हुए कहा कि देश के जवान शहीद हो रहे हैं. लेकिन उनके प्रति हम क्या सोचते हैं. इसी भावना को लेकर वे यात्रा पर चल रहे हैं कि हर शहीद और शहादत के लिए पूरे भारत के नागरिकों में सम्मान होना चाहिए. शहीद और शहादत का रोजाना सम्मान होना चाहिए. उन्होंने कहा कि केवल पुलवामा शहीदों के लिए ही नहीं बल्कि 8 सैनिक बल और पुलिस के शहीदों के लिए भी यात्रा कर रहा हूं.