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जयपुर: कलेक्ट्रेट में लगेगा 200 किलोवाट का सोलर पावर प्लांट, प्रतिदिन 800 यूनिट बिजली का होगा उत्पादन

जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में 200 किलो वाट का सोलर पावर प्लांट लगाया जा रहा है. इस पावर प्लांट के जरिए उत्पन्न होने वाली बिजली से जयपुर जिला कलेक्ट्रेट के सभी कार्यालय जगमग होंगे. साथ ही हर साल करीब 12 लाख रुपये रुपये बिजली के बिल की भी बचत होगी.

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Published : Aug 8, 2020, 4:06 AM IST

Solar Power Plant, जयपुर न्यूज़
जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में लगेगा सोलर पावर प्लांट

जयपुर. सरकारी दफ्तरों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसी प्रयास के तहत जयपुर जिला कलेक्ट्रेट की छत पर 200 किलोवाट का सोलर पावर प्लांट लगाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस सोलर प्लांट से 800 से 1000 यूनिट बिजली का प्रतिदिन उत्पादन होगा. सोलर पावर प्लांट की बिजली से कलेक्ट्रेट के 16 विभागों के करीब 200 से ज्यादा कमरे जगमग होंगे.

जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में लगेगा सोलर पावर प्लांट

जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में लगने वाले प्लांट की बिजली पावर कारपोरेशन के माध्यम से सीधे ग्रिड को भेजी जाएगी. महीने में जितने दिन जितनी बिजली ग्रिड को भेजी जाएगी, उतने दिन का बिजली का बिल घटा दिया जाएगा. इस तरह हर महीने में आने वाला बिजली का बिल भी कम आएगा. बताया जा रहा है कि सोलर पावर प्लांट लगने से हर साल करीब 12 लाख रुपये के बिजली के बिल की बचत होगी.

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बता दें कि जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में सोलर प्लांट लगाने का काम स्मार्ट सिटी की ओर से किया जा रहा है. इससे हर माह करीब 1 लाख 80 हजार रुपये की बचत होगी. जयपुर स्मार्ट सिटी और जयपुर जिला प्रशासन के बीच हुए करार के तहत 50 फीसदी यानी 90 हजार रुपये स्मार्ट सिटी को भुगतान किया जाएगा. जिला कलेक्ट्रेट में फिलहाल जयपुर गर्मियोंं में बिल करीब 4 से 5 लाख रुपये का आता है. वहीं, जबकि सर्दियों में यहां ढाई लाख रुपये की बिजली खर्च होती है. साथ ही जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में फिलहाल सिर्फ कलेक्टर का केबिन ही इन्वर्टर से जुड़ा हुआ है. सोलर प्लांट चालू होने के बाद कलेक्टर के कर्मचारियों और आम जनता को बार-बार बिजली गुल होने की समस्या से निजात मिल जाएगी और काम में भी रुकावट नहीं होगी.

जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में कलेक्टर, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार, एसीएम के कार्यालय और कोर्ट स्थित हैं. इसके अलावा डीएसओ का दफ्तर, महिला एवं बाल विकास का दफ्तर और एनआईसी भी कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित है. कलेक्ट्रेट परिसर में एकल खिड़की भी है, जहां सैकड़ों लोग प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए आते हैं और एकल खिड़की में ही ऑनलाइन आवेदन जमा कराते हैं. सोलर प्लांट चालू होने के बाद यहां आने वाले लोगों को बिजली जाने की समस्या से होने वाली परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.

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अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र कविया ने कहा कि सोलर प्लांट का पूरा खर्चा स्मार्ट सिटी की ओर से वहन किया जा रहा है और 90 हजार रुपये की हर महीने बिजली के बिल में बचत होगी. कलेक्ट्रेट में बार-बार बिजली जाने की समस्या से भी निजात मिल सकेगी. साथ ही जनता के काम भी आसानी से हो सकेंगे. राजेंद्र कविया ने कहा कि सोलर प्लांट फाइनल प्रोसेस में है और जल्द ही इसे शुरू कर दिया जाएगा.

गौरतलब है कि जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में आए दिन बिजली गुल होने की समस्या रहती है, इस कारण आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है. मूल निवास, जाति और ईडब्ल्यूएस सहित कई तरह के प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जनता को घंटों इंतजार करना पड़ता है. साथ ही कर्मचारी भी गर्मी और उमस से परेशान रहते हैं.

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