जयपुर. सरकारी दफ्तरों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसी प्रयास के तहत जयपुर जिला कलेक्ट्रेट की छत पर 200 किलोवाट का सोलर पावर प्लांट लगाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस सोलर प्लांट से 800 से 1000 यूनिट बिजली का प्रतिदिन उत्पादन होगा. सोलर पावर प्लांट की बिजली से कलेक्ट्रेट के 16 विभागों के करीब 200 से ज्यादा कमरे जगमग होंगे.
जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में लगने वाले प्लांट की बिजली पावर कारपोरेशन के माध्यम से सीधे ग्रिड को भेजी जाएगी. महीने में जितने दिन जितनी बिजली ग्रिड को भेजी जाएगी, उतने दिन का बिजली का बिल घटा दिया जाएगा. इस तरह हर महीने में आने वाला बिजली का बिल भी कम आएगा. बताया जा रहा है कि सोलर पावर प्लांट लगने से हर साल करीब 12 लाख रुपये के बिजली के बिल की बचत होगी.
बता दें कि जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में सोलर प्लांट लगाने का काम स्मार्ट सिटी की ओर से किया जा रहा है. इससे हर माह करीब 1 लाख 80 हजार रुपये की बचत होगी. जयपुर स्मार्ट सिटी और जयपुर जिला प्रशासन के बीच हुए करार के तहत 50 फीसदी यानी 90 हजार रुपये स्मार्ट सिटी को भुगतान किया जाएगा. जिला कलेक्ट्रेट में फिलहाल जयपुर गर्मियोंं में बिल करीब 4 से 5 लाख रुपये का आता है. वहीं, जबकि सर्दियों में यहां ढाई लाख रुपये की बिजली खर्च होती है. साथ ही जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में फिलहाल सिर्फ कलेक्टर का केबिन ही इन्वर्टर से जुड़ा हुआ है. सोलर प्लांट चालू होने के बाद कलेक्टर के कर्मचारियों और आम जनता को बार-बार बिजली गुल होने की समस्या से निजात मिल जाएगी और काम में भी रुकावट नहीं होगी.