जयपुर. भरतपुर जिले के मेवात में 2 लोगों का अपहरण कर हत्या करने के मामले में अब सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है. सत्ता पक्ष और विपक्ष ने मामले की पुरजोर मुखालफत की है. कांग्रेस ने जहां सीधे सीधे बजरंगदल के तथाकथित गुंडों को सजा देने की अपील की है वहीं भाजपा ने राजनैतिक रंग न देने की गुजारिश की है. प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी के विधायक वाजिब अली के मुताबिक इस घिनौने कांड में स्थानीय लोग भी शामिल हैं.
वाजिब अली ने कहा ऐसी घटनाओं को लेकर मेवात पहले से ही बदनाम रहा है. रकबर, पहलू खां की मॉब लिंचिंग का मामला हो चुका है. अब बजरंगदल के तथाकथित गुंडों ने ऐसी घटना को अंजाम दिया है. ये घिनौना कृत्य है. इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. वाजिब अली ने कहा कि हरियाणा से आए लोगों पर ही कार्यवाही नहीं हो बल्कि स्थानीय लोग जो भी इसमें शामिल थे उनके खिलाफ भी जांच कर कार्रवाई की जाए. विधायक ने अफसोस जाहिर किया कि एक थाने में पीड़ित पक्ष की FIR तक नहीं ली गईं. 12 घंटे से ज्यादा पीड़ित घुमते रहे, तब जाकर FIR दर्ज हुई. कांग्रेस विधायक ने कहा कि वो मुख्यमंत्री से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे.
'न हो सियासत'- उधर बीजेपी के प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि पहले जांच होने देनी चाहिए. फिर मामले में जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. बीजेपी इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले लोगों का समर्थन नहीं करती है लेकिन हमारी मांग सिर्फ इतनी है कि पहले इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो. जबरन राजनीतिक या सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश न हो. कोई भी अगर संगठन से इस घटना से जुड़ा हुआ है तो हम उसका समर्थन नहीं करेंगे, लेकिन जरूरत है कि जांच निष्पक्ष हो.