जयपुर. वर्ष 2020 का आखरी सप्ताह चल रहा है. पांच दिन बाद नया साल यानी 2021 का आगमन हो जाएगा. लेकिन प्रदेश में नौकरशाही के लिए मौजूदा साल उथल-पुथल भरा रहा. पूरे साल हर महीने औसतन आईएएस की दो तबादला सूचियां जारी हुई. सबसे चर्चित तबादला सूची 2 जुलाई को आई, जिसमें आधी रात को मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को अचानक हटा दिया गया. इस साल सरकार ने 18 से ज्यादा तबादला सूची जारी कर 200 से ज्यादा आईएएस अफसरों को इधर से उधर किया.
प्रदेश की गहलोत सरकार ने 17 दिसम्बर को दो साल पूरे कर लिए. एक साल सरकार को स्थिर होने लगा, लेकिन 2020 भी गहलोत सरकार के लिए काफी उथल-पुथल वाला साबित हुआ. वित्तीय वर्ष की शुरुआत से ही कोरोना ने अपना प्रभाव दिखाया तो राजनीतिक लिहाज से भी सरकार को बाड़ाबंदी में एक महीने से रहना पड़ा. लेकिन ब्यूरोक्रेसी के लिहाज से देखें तो यह साल तबादलों में निकला. हर महीने औसतन 2 तबादला सूची आईएएस की आती रही. बाकी आईपीएस और आरएएस की बात अलग है.
आधी रात को मुख्य सचिव को हटाया
इस साल सबसे चैंकाने वाली तबादला सूची 2 जुलाई को आधी रात को आई. इस तबादला सूची में 103 आईएएस के तबादले हुए. लेकिन इसी तबादला सूची में अचानक से मौजूदा मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को हटा कर राजीव स्वरूप को मुख्य सचिव बनाया गया. आधी रात को अचानक मुख्य सचिव को हटाने वाली तबादला सूची देख प्रदेश की नौकरशाही में खलबली मच गई. मौजूदा सरकार की यह सबसे बड़ी तबादला सूची रही है.
43 दिन में ही हटाया गृह विभाग के एसीएस को
मौजूदा साल में तबादला सूचियों की आंधी ऐसी रही कि किसी आईएएस को एक महीने में ही हटा दिया तो किसी को दो महीने में. आईएएस रोहित कुमार सिंह को महज 47 दिन में ही गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से तबादला कर दिया. इसी तरह से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा का दो माह बाद ही वित्त विभाग में तबादला कर दिया गया. आईएएस सुबोध अग्रवाल,राजेश यादव,अश्विनी भगत,सिदार्थ महाजन, समेत कई आईएएस इधर से उधर होते रहे.