जयपुर.राजस्थान में जीवनदायिनी कही जाने वाली एम्बुलेंस 104 और 108 के पहिए चार दिन से ठप पड़े हैं. इनमें सेवा देने वाले हजारों कर्मचारी हड़ताल पर हैं और सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के बाहर धरने पर बैठे हैं. ऐसे में हादसों में घायल मरीजों, गर्भवती महिलाओं और अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में परेशानी आ रही है. हालांकि, हड़ताल के चार दिन बाद आज हड़ताली कर्मचारियों और सेवा प्रदाता कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की समझौता वार्ता हुई. लेकिन फिलहाल आधे घंटे चली इस बैठक में कोई सकारात्मक समाधान नहीं निकल पाया है. ऐसे में फिलहाल एम्बुलेंस 104 और 108 के कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने की कोई राह नहीं निकल पाई है. लेकिन दोपहर 4 बजे इस मुद्दे को लेकर एक बार फिर समझौता वार्ता होगी. जिसमें सुलह का कोई फार्मूला निकलने की उम्मीद है.
दरअसल, प्रदेश की एम्बुलेंस 104 और 108 में सेवा देने वाले नर्सिंग स्टाफ और चालक लंबे समय से कम मानदेय पर काम कर रहे हैं. अब उन्होंने संविदा कैडर में शामिल करने या नियमित करने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया है. अपनी मांग को लेकर उन्होंने हर स्तर पर अपनी बात पहुंचाई. लेकिन सुनवाई नहीं हुई. अब एम्बुलेंस कर्मी चार दिन से गाड़ियों का चक्का जाम कर हड़ताल पर पर बैठे हैं.
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आधे घंटे की वार्ता में नहीं बानी सहमति:हड़ताल पर बैठे एम्बुलेंस कर्मियों की मांगों को लेकर उनका सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज स्वास्थ्य भवन पहुंचा. जहां सेवा प्रदाता कंपनी और हड़ताली कर्मचारियों की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की अतिरिक्त मिशन निदेशक प्रियंका गोस्वामी के साथ वार्ता हुई. हालांकि, आधे घंटे चली इस वार्ता में सुलह का कोई रास्ता नहीं निकल पाया है. अब शाम को 4 बजे एक बार फिर समझौता वार्ता होगी.