हनुमानगढ. टिब्बी कस्बे में दो गुटों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया. जिसके बाद पत्थरबाजी में 60 वर्षीय वृद्धा बलवीर कौर की मौत हो गई. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में ले लिया. मृतका के परिजनों ने टिब्बी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
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मृतका के बेटे का कहना है कि उसके परिवार का झगड़े से कोई लेना-देना नहीं था. उनके घर के बाहर गली में कुछ लोग झगड़ा कर रहे थे, इतने में पुलिस वहां आ गई और हमारे घर में घुस गई. पुलिस उसके चाचा के बेटे को पकड़ कर बाहर ले आई. जिसको छुड़वाने के लिए उसकी मां और चाची गई तो पुलिस ने उसकी मां को लाठी से मारा. हनुमानगढ़ टाउन अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मां की मौत हो गई.
मृतका के बेटे ने कहा कि जब वो मुकदमा दर्ज करवाने टिब्बी थाने गया तो पुलिस वालों ने उसे धमकाकर जबरदस्ती ये रिपोर्ट लिखवाई है कि उसकी मां की मौत पुलिस लाठीचार्ज में नहीं हुई है. कॉमरेड जगजीत सिंह जग्गी ने कहा कि लॉकडाउन में मजदूर परिवार घरों में बैठे हैं. सरकार के आदेशों की पालना कर रहे हैं. वहीं टिब्बी पुलिस घर में घूस कर मजदूर महिला की लाठी मार कर हत्या कर देती है. मामले को लेकर परिजनों और माकपा नेताओं की पुलिस के आलाधिकारियों के साथ बैठक बेनतीजा रही. जिसके बाद उन्होंने थाने का घेराव किया.
परिजनों की क्या मांगें हैं
- टिब्बी थानाधिकारी और दूसरे पुलिस वालों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो
- तुरन्त प्रभाव से दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाये
- मृतका का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया जाए
- मृतका के परिवार को 10 लाख का मुआवजा मिले
- नशे के कारोबार में लिप्त पुलिकर्मियों पर आपराधिका मामला दर्ज हो