हनुमानगढ़. जिले के पीलीबंगा थाना क्षेत्र में नाबालिग से हुए गैंगरेप मामले में राज्य बाल सरक्षंण आयोग राजस्थान ने संज्ञान लिया है. साथ ही मंगलवार को बाल कल्याण समिति हनुमानगढ़ की अध्यक्ष व सदस्य पीड़िता से मिलने उसके घर पहुंचे.
नाबालिग पीड़िता की मां ने 30 सितंबर को थाने में अपनी बेटी के साथ हुए गैंगरेप के मामले में पीलीबंगा पुलिस स्टेशन में परिवाद देते हुए बताया था कि 29 सितंबर को पीड़िता के चचेरे भाइयों ने एक युवक के साथ मिलकर उसे सरेराह उठाकर ले गए और तीनों ने मिलकर पीड़िता के साथ गैंगरेप किया. एक युवक ने जबरन पीड़िता के साथ आपत्तिजनक वीडियो बना लिया और वायरल करने की धमकी भी दी.
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शिकायत के बावजूद पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और कोई उचित कार्रवाई नहीं की. इस कारण बेखौफ आरोपियों ने वीडियो भी वायरल कर दिया, लेकिन फिर भी उसकी सुनवाई नहीं हुई. इस पर पीड़िता ने मजबूरन एसपी राशि डोगरा से पुलिस की लापरवाही की शिकायत की और उचित कार्रवाई व न्याय दिलाने की गुहार लगाई. एसपी के हस्तक्षेप के बाद पीलीबंगा पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और कार्रवाई शुरू की.
वहीं मंगलवार को राज्य बाल सरक्षण ने मामले का संज्ञान लिया और समिति के अध्यक्ष व सदस्य देवकीनंदन, पीड़िता से मिले. देवकीनंदन ने बताया कि मीडिया पर खबर देखने के बाद इस मामले में संज्ञान लिया है. पीड़िता से मिलकर काउंसलिंग की गई है. साथ ही पुलिस को पीड़िता को सुरक्षा देने की बात लिखी गई है और जांच अधिकारी व एसपी से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई है.
साथ ही उन्होंने बताया कि पूरे मामले की रिपोर्ट बाल संरक्षण आयोग राजस्थान को भेजी है. अब इस पूरे मामले में नियमानुसार स्पॉट पर्सन नियुक्ति किया जा रहा है, जो इस पूरे मामले में अंतिम समय तक पीड़िता के साथ अभिभावक के रूप में रहेगा. इस पूरे प्रकरण की जांच अब रावतसर सर्किल सीओ रणवीर मीणा कर रहे हैं.