राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

हनुमानगढ़ में नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध, एक्ट वापस लेने की मांग - Citizenship Amendment Act

नागरिकता संशोधन एक्ट पारित होने के बाद से देश के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे. दिल्ली, आसाम समेत कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन लगातार हो रहे हैं. इसी कड़ी में हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर भी गुरूवार को मुस्लिम समुदाय, कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के लोगों ने एनआरसी के विरोध में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया.

hanumangarh news, हनुमानगढ़ में विरोध प्रदर्शन, हनुमानगढ़ में एक्ट का विरोध, एक्ट वापस लेने की मांग, rajasthan news
नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध

By

Published : Dec 19, 2019, 7:42 PM IST

हनुमानगढ़. नागरिकता संशोधन एक्ट के पारित होने के बाद से ही देश के अलग-अलग कोनों में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर भी गुरूवार को मुस्लिम समुदाय और कम्युनिस्ट पार्टी के लोगों ने मिलकर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह एक्ट पारित किया गया है उससे साफ है कि मोदी सरकार मुस्लिम समुदाय के खिलाफ है और देश के हालात बिगाड़ने के काम किए जा रहे हैं.

नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध

साथ ही बताया कि जब देश में अमन और शांति है सभी मिलजुल कर रहे हैं. तब ऐसा इसे पारित करने की क्या जरूरत थी. दूसरे जो मूलभूत मुद्दे हैं उन पर गौर नहीं किया जा रहा बेरोजगारों को रोजगार नहीं दिया जा रहा. देश की आर्थिक व्यवस्था को सुधारने के प्रयास नहीं किए जा रहे. इसकी जगह सांप्रदायिक माहौल को बनाया जा रहा है. जिससे कि देश का माहौल खराब हो रहा है.

पढ़ेंः विकास कार्य में CM गहलोत से भी आगे निकले ये विधायक...

मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार और अमित शाह हमेशा से ही मुस्लिमों के विरोधी रहे हैं. वह बर्दाश्त नहीं करेंगे कि देश में अशांति फैले और आपसी भाईचारे को कोई समस्या आए. इस देश के अंदर लोकतंत्र है और लोकतंत्र इसकी कभी इजाजत नहीं देता कि इस तरह के कानून पारित किए जाएं. अगर यह एक्ट वापस नहीं लिया जाता है तो और भी उग्र आंदोलन किए जाएंगे. जिसकी समस्त जिम्मेदारी मोदी सरकार की होगी.

प्रदर्शन के बाद जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया और उसमें मांग की गई है कि जो नागरिकता संशोधन एक्ट को पारित किया गया है, उसे रद्द किया जाए और तुरंत वापस लिया जाए. वरना देश के हालात और भी खराब होंगे. आपसी भाईचारा समाप्त होगा इसलिए वे सरकार से मांग करते हैं कि ऐसी कोई घटना ना हो इसलिए इस एक्ट को वापस लिया जाए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details