राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

सूर्य उपासना का महापर्व छठ: पहले बेटों के लिए होती थी पूजा, अब बेटियों के लिए भी कर रहे पूजा

सूर्य उपासना के महापर्व छठ के मौके पर हर कोई आस्था के सागर में डुबकी लगा रहा है. छठी मइया की पूजा अर्चना के दौरान समाज के बीच सुखद बदलाव भी देखने को मिल रहा है. पहले जहां यह पर्व आमतौर पर बेटों के लिए पूजा तक ही रहता था. वहीं, अब बेटियों के लिए भी सूप की मान्यता लोग रखने लगे हैं.

सूर्य उपासना का महापर्व छठ ,Mahaparava Chhath of Sun worship
हनुमानगढ़ में मनाया गया छठ

By

Published : Nov 20, 2020, 10:51 PM IST

हनुमानगढ़. सूर्य उपासना का महापर्व छठ के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया. छठ घाटों पर व्रतियां भगवान भास्कर को अर्घ्य देने पहुंची. इस दौरान महिला और पुरुष सभी ने सूर्य पूजा करते हुए परिवार के लिए खुशियां मांगी. इस महापर्व की उपासना में समय के साथ अब बड़ा बदलाव भी देखने को मिल रहा है.

हनुमानगढ़ में मनाया गया छठ

आमतौर पर छठ की पूजा के मौके पर पहले बेटों के लिए पूजा की जाती थी. लेकिन, समय के बदलाव के बीच अब बेटियों के लिए भी छठ मइया से उनकी खुशियां मांगी जाने लगी हैं. छठी मइया से कोई बेटी की चाहत की मन्नत मांग रहा है तो कोई बेटी की नोकरी की. लेकिन, हर मन्नत में अपने बच्चों के साथ ही परिवार की खुशियां लोग मांगते नजर आए. बेटियों के लिए भी सूप गछा (मन्नत कबूलती) जा रहा है. मतलब,अब बेटियों की भी मान पर लोग छठी मइया से सूप की मान्यता रखने लगे हैं.

छठ के नियम काफी कठोर होते हैं. इन नियमों में कोई बदलाव नहीं होता. जिस घर में जो प्रसाद चढ़ता रहा है,वही चढ़ता है. जिस घर में जैसे सूप चढ़ता था, वैसे ही चढ़ता है. छठ पूजन करने आई बिहार निवासी मालविका व ज्योतिक लाल ने बताया कि पहले सिर्फ लड़को के लिए ये पूजा होती थी, लेकिन समय के साथ समाज मे जागरूकता आई है. अब जिन परिवारों में बेटियां जन्म नहीं ले रही हैं, वहां लोग बेटी की चाहत के साथ छठी मइया से मन्नते मांगने लगे हैं. अब लोग इस तरह की मन्नतें भी करने लगे हैं कि बेटी हो तो छठ करेंगे या बेटी की नौकरी हो तो इतने साल छठ करेंगे.

छठ का सूप है काफी खास

छठ का प्रसाद बांस के सूप में चढ़ता है. बांस को वंश का प्रतीक भी माना जाता है. बहुत सारे परिवारों में बेटे के जन्म के साथ ही सूप चढ़ जाता है. जब तक तीसरी पीढ़ी नहीं आ जाती, उस पुरुष के नाम पर छठ का सूप चढ़ता रहता है. कई परिवारों में तो हर जीवित पुरुष के नाम पर छठ का सूप चढ़ता है. अब इसी तरह बेटियों के लिए भी हो रहा है.

पढे़ंःलव जिहादः राष्ट्र को विभाजित करने और साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का शब्द मात्र है- सीएम गहलोत

छठ पूजा में प्रयुक्त सामग्री

1. व्रत रखने वाले के लिए नए वस्त्र जैसे साड़ी, सूट और पुरुषों के लिए कुर्ता-पजामा या जो उनको पसंद हो

2. बांस का बना हुआ सूप। कुछ लोग पीतल सूप का भी प्रयोग करते हैं

3. बांस की दो बड़ी-बड़ी टोकरियां। इसमें छठ पूजा का प्रसाद रखा जाता है

4. दूध तथा जल रखने के लिए एक ग्लास, एक लोटा और थाली खरीद लें

5. पूजा में प्रयोग के लिए 5 गन्ने, जिसमें पत्ते लगे हों

6. हल्दी, मूली और अदरक का हरा पौधा

7. पानी वाला हरा नारियल

8. शरीफा, केला, नाशपाती और बड़ा वाला मीठा नींबू (डाभ)

ABOUT THE AUTHOR

...view details