हनुमानगढ़.गोलूवाला में ब्यूटी पार्लर संचालिका को जिंदा जलाकर मारने के मामले में आखिरकार पुलिस ने 13 दिन बाद खुलासा कर दिया है. पुलिस का कहना है, प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि आरोपी पति अपनी पत्नी से अलग रहता था और अपने 13 साल की बेटी को अपने साथ रखना चाहता था. पत्नी के चरित्र पर शक करते हुए हत्या की गई है. पूरे मामले का खुलासा एसपी प्रीति जैन ने प्रेस वार्ता में किया.
पति ही निकला पत्नी का हत्यारा जानिए क्या था पूरा मामला?
बीते 3 मार्च की रात ढाई बजे, एक अज्ञात शख्स ने गोलूवाला कस्बे में ब्यूटी पार्लर संचालिका को उसी के घर में घुसकर जिंदा जला दिया था. घटना के 48 घंटे बाद झुलसी महिला ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में दम तोड़ दिया था. फिलहाल, महिला के मरने से पहले सोशल मीडिया पर दो वीडियो भी वायरल हुए थे, जिसमें उसने पुलिस की तरफ से राउंडअप किए गए युवक प्रदीप बिश्नोई का नाम लिया था. महिला की नानी ने भी उसी प्रदीप पर संदेह जताते हुए गोलूवाला थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था.
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बता दें कि, जिंदा जलाकर मारने का संदेह प्रदीप विश्नोई पर जताया गया था, जिस पर ब्यूटी पार्लर संचालिका ने साल 2018 में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाया था. दुष्कर्म का आरोपी हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा हुआ था, जिस पर पुलिस ने आरोपी और कई अन्य संदिग्धों, जिसमें मृतका के भाई को भी राउंडअप कर पूछताछ की थी. इतना ही नहीं, मृतका के पति से भी पूछताछ की थी, लेकिन 12 दिन में कोई नतीजा नहीं निकला था. अब पुलिस ने जांच के बाद मृतका के पति कृष्ण कुमार को गिरफ्तार कर लिया है.
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वहीं जब इस बारे में आरोपी से हत्या की वजह पूछी गई तो उसका कहना है, उसकी पत्नी का चरित्र सही नहीं था, वह अपनी 13 साल की बेटी भी गलत राह पर चलाना चाहती थी, जिसके चलते उसने ये कदम उठाया. हालांकि, आरोपी का यह भी कहना है, वो सिर्फ उसको डराना चाहता था. बता दें कि, मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार और महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए थे, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति काफी गरमा गई थी. उस दौरान पुलिस के ऊपर काफी दबाव भी था.
दुष्कर्म का आरोपी नहीं पाया गया संदिग्ध
घटना के बारे में जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की. पहले शक प्रदीप बिश्नोई नाम के युवक पर किया गया, जिसके खिलाफ मृतका ने दो साल पहले दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था. मामला कोर्ट में विचाराधीन था. जांच के दौरान प्रदीप संदिग्ध नहीं पाया गया.