हनुमानगढ़:हनुमानगढ़ जिले के भिरानी में गांव वालों और पुलिस के बीच विवाद गहरा गया है (Hanumangarh Cow Slaughter Case). कई दिनों से आंदोलनरत लोगों को उठाने की कोशिश में पुलिस और आम लोगों के बीच भिड़ंत हो गई. पथराव भी किया गया. इसके बाद जिले के दो गांवो चिड़ियागांधी और गांधीबाड़ी में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके साथ ही अफवाहों को बढ़ने से रोकने के लिए भी प्रशासन ने इंटरनेट सेवा प्रतिबंधित कर दी है. वहीं पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि आंदोलनरत लोगों में से 10 हरियाणा के थे.साथ ही जब्त की गई 20 बाइक भी हरियाणा नंबर के थे.
क्या है मामला?: बताया जा रहा है कि विवाद ईद के दिन की एक घटना को लेकर है (Tension In Hanumangarh). इस दिन एक महिला ने अपने पड़ोस में गोकशी की घटना देखी और इसकी जानकारी अपने परिजनों और गौशाला संचालकों को दी. हंगामा मचा तो भिरानी पुलिस ने मांस के सैंपल लिए और जांच के लिए भेज दिए. 19 जुलाई को आई पॉजिटिव रिपोर्ट में लोगों की आशंकाएं सच निकलीं. रिपोर्ट में गऊ मांस की पुष्टि हो गई.
5 आरोपी गिरफ्तार:गोकशी की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गांव वाले पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं. वो अन्य आरोपियों की भी मांग करने लगे (Curfew In Hanumangarh). अपनी बात को लेकर गांव वाले धरने पर बैठ गए. इसके बाद पुलिस ने दो और आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद ग्रामीण निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे रहे.
बढ़ा विवाद:26 जुलाई की रात पुलिस ने जबरन धरना उठाया और टेंट को उखाड़ दिया. मामला संभलने की जगह बिगड़ते देख प्रशासन ने एहतियात के तौर पर नेट भी बंद कर दिया. अब चश्मदीद गवाह महिला का कहना है कि जिन लोगों ने गाय काटी है उनको सख्त सजा मिले और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो. धरनास्थल पर मचे बवाल से गांव के लोग खासे नाराज हो गए.