हनुमानगढ़. जिला कलेक्टर के नाक के नीचे भ्रष्टाचार किया जा रहा है लेकिन अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं. नगर परिषद द्वारा जिला कलेक्टर के सामने पानी निकासी के लिए एक नाला निर्माण करवाया जा रहा है यह नाला पिछले 2 माह में 3 बार टूट चुका है.
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टूटने का कारण साफ है कि इसमें घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है. अगर सामग्री बढ़िया लगाई होती तो यह नाला बरसात में नहीं टूटता. जब भी नाला टूटता है तब उसे रिपेयर करवा दिया जाता है. लेकिन, इसे बने मात्र 2 से 3 माह ही हुए हैं. ठेकेदार द्वारा नाले पर दोबारा से मजदूर लगाए गए हैं जो कि इंटर निकाल रहे हैं. उनका कहना है कि ठेकेदार ने इसे दोबारा बनाने के लिए कहा है.
वहीं इस मामले में पूर्व पार्षद सुरेंद्र गोंद का कहना है कि जिस भी ठेकेदार ने इसका निर्माण करवाया है उसके पैनल्टी लगनी चाहिए. और अभी नाला गारंटी पीरियड में है और इसका सारा निर्माण दोबारा करवाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर सरकार के हैं और सरकार कांग्रेस की.
मामले में नगर परिषद आयुक्त का कहना है कि इस नाले का टेंडर दोबारा से करवा दिया है. इस नाले की सही ढंग से निकासी नहीं थी इसलिए बार-बार टूट रहा है. बरसात समाप्त होने के बाद दोबारा शुरू करवाया जाएगा.
आयुक्त महोदय ने कह दिया कि पानी की निकासी सही नहीं है. नाले का निर्माण दोबारा करवाया जाएगा.पर गौर करने वाली बात यह है कि जब पानी की निकासी सही नहीं थी तो इस नाले का निर्माण करवाया ही क्यों गया. साफ है कि नाले के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है. जिसमें ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत सामने आ रही है. अब देखना होगा कि जिस ठेकेदार ने इसका निर्माण करवाया था उसके खिलाफ कोई कार्रवाई होती है या नहीं.