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हनुमानगढ़ः बच्चों को लुभाने के लिए मार्केट में आए कार्टून कैरेक्टर वाले मास्क - covid-19

बाजारों में अब छोटे बच्चों को लुभाने के लिए कार्टून कैरेक्टर वाले मास्क आने शुरू हो गए है. बच्चे इन्हें पसंद भी कर रहे हैं. छोटे बच्चों की पसंद को देखते हुए सभी मशहूर कार्टून कैरेक्टर के मास्क मार्केट में आने शुरू हो गए हैं. पढ़ें पूरी खबर..

बच्चों पर चाया कार्टून कैरेक्टर मास्क, Children's cartoon character mask
बच्चों पर चाया कार्टून कैरेक्टर मास्क

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Published : Oct 10, 2020, 8:27 PM IST

हनुमानगढ़. जिले के बाजारों में छोटे बच्चों को लुभाने के लिए और उनकी पसंद को देखते हुए बाजारों में कार्टून कैरेक्टर के मास्क आने शुरू हो गए हैं. इन्हें बच्चे बेहद पसंद भी कर रहे हैं. छोटे बच्चों की पसंद को देखते हुए सभी मशहूर कार्टून कैरेक्टर के मास्क मार्केट में आने शुरू हो गए हैं. आम तौर पर लोगों को बच्चों के लिए मास्क खरीदते वक्त सबसे ज्यादा समस्या इस बात की थी कि कहीं भी छोटे साइज के मास्क नहीं मिलते थे. लेकिन इस समस्या को देखते हुए कई दुकानदारों ने खास बच्चों के लिए मास्क ऑर्डक करने शुरू कर दिए हैं.

बच्चों पर चाया कार्टून कैरेक्टर मास्क

जनरल स्टोर चला रहे पंकज शर्मा का कहना है कि सॉफ्ट और डिजायनर मास्क बच्चे काफी पसंद कर रहे हैं. बच्चे इसे शौक से पहन रहे हैं. वहीं कपड़ों के दुकानों में इन-दिनों लेडीज और जेंट्स, अपने सूटों और साड़ियों से मैचिंग मास्क की मांग कर रहे हैं. दुकानदार आशु गर्ग बताते हैं कि कोरोना के चलते व्यापार पर जरूर असर पड़ा है, लेकिन मास्क का व्यापार बढ़ा है. लोग संदेश देने वाले डिजाइनर और कपड़ो के साथ मैचिंग मास्क की भी मांग करते हैं. अपने ग्राहकों की सेफ्टी और उनको आकर्षित करने के लिए निःशुल्क मैचिंग फेस मास्क उपलब्ध करवाए जाते हैं.

बच्चों को पंसद आ रहे कार्टून कैरेक्टर के मास्क

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हलांकि कोरोना के शुरुआती दौर में WHO ने स्वस्थ व्यक्तियों को मास्क नहीं पहनने की सलाह दी थी, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन की मास्क संबंधी नई गाइडलाइन में सभी स्वस्थ लोगों को तीन परतों वाला फैब्रिक मास्क पहनने की बात कही गई है. जो लोग बीमार हैं, उनके लिए मेडिकल ग्रेड का मास्क उचित बताया गया है. वहीं मास्क की काला बाजारी के चलते सरकार द्वारा 30 जुलाई को दो प्लाई वाले सर्जिकल मास्क की खुदरा कीमत 8 रुपये प्रति मास्क, जबकि तीन प्लाई वाले मास्क की कीमत 10 रुपये तय की गई थी.

कार्टून कैरेक्टर वाले मास्क

चायनीज मास्क कोरोना वायरस से बचाव के लिए कितने कारगर साबित है. इसके बारे में जब स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी अरुण चमड़िया से बात की तो उनका कहना था कि निजी स्तर पर बनाए जाने वाले मास्क की गुणवत्ता और दरों के बारे में सरकार द्वारा कोई खास गाइडलाइन नहीं है, लेकिन मास्क बेचने वाला 100 प्रतिशत कोरोना से बचाव का दावा करता है. तो वो गलत है. ऐसा कोई करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.

मास्क पहनने के लिए जागरुकता

बता दें कि सर्जिकल मास्क को लेकर अभी भी शोध चल रहे हैं कि कोरोना से बचाने के लिए यह मास्क कितना कारगार है. कौन सा मास्क सबसे बेहतर है, यह जांच करने का अभी कोई पैमाना नहीं है. हालांकि इसको लेकर विशेषज्ञों के बीच लगातार चर्चा चल रही है. वहीं कोरोना काल में सैनिटाइजर और मास्क उद्योग एक बड़ी इंडस्ट्री में तब्दील हो गया है. बड़ी-बड़ी कंपनियां मास्क बना रही है. बाजार में तरह-तरह के मास्क की धूम है. 10 रुपये से लेकर हजारों रुपये की कीमत वाले फेस मास्क आ रहे हैं.

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शायद इसीलिए भारत के बारे में एक बात प्रचलित है. फैशन के मामले में भारत वासी सबसे आगे रहते है. दुनिया में फैशन की शुरूआत सबसे पहले भारत से ही होती है. भारतवासी गंभीर से गंभीर परिस्थियों को भी एन्जॉय करते है. ऐसे में ईटीवी भारत अपने सभी दर्शकों से अपील करता है कि बिना मास्क सार्वजनिक स्थलों पर नहीं जाए और सोशल डिस्टेंसिग की पालना जरूर सुनिश्चित करे और सुरक्षित रहे.

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