हनुमानगढ़. भारत सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरुआत की थी, जिसके तहत अलग-अलग बिंदुओं पर शहर की सफाई व्यवस्था पर रैंकिंग का निर्धारण किया जाता है. इसमे पब्लिक पोल, स्थानीय पालिका और प्रशासन की भूमिका का भी काफी महत्व रहता है. लेकिन, रावतसर नगर पालिका शायद इस अभियान को काफी हल्के में ले रही है. हनुमानगढ़ जिले की रावतसर पालिका और प्रशासन देश के पीएम द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान को तो पलीता लगा ही रहा है. साथ ही सरकारी बजट को भी सिर्फ बैनरों पर खर्च कर कस्बे की सफाई के नाम पर लीपापोती कर रहा है. ऐसा ही एक हास्यपद नजारा रावतसर कस्बे में देखने को मिला.
हनुमानगढ़ में स्वच्छता सर्वेक्षण और अभियान के नाम पर खानापूर्ति, रावतसर नगर पालिका का ये बैनर बना उपहास का विषय
हनुमानगढ़ में स्वच्छता सर्वेक्षण और अभियान के नाम पर पैसा खर्च करके सिर्फ खानापूर्ति होती नजर आ रही है. वहीं, रावतसर नगर पालिका का एक बैनर उपहास का विषय बना हुआ है. दरअसल, रावतसर कस्बे के प्रवेश स्थल पर लगे स्वच्छता का संदेश देने वाले बैनर के नीचे और आस-पास बेतहाशा गंदगी के ढेर लगे हैं.
दरअसल, यहां 'रावतसर पर है राजस्थान और देश की निगाह' नाम से आमजन को स्वच्छता रखने और सर्वेक्षण का हिस्सा बनने का संदेश देता एक बैनर रावतसर नगर पालिका ने रावतसर कस्बे के प्रवेश स्थल पर लगवाया गया है, जिससे हर आने-जाने वाली की नजर इस पर पड़े और सभी में एक संदेश जाए कि रावतसर नगरपालिका सफाई व्यवस्था को लेकर कितनी जागरूक है. लेकिन, विडंबना ये है कि जिस जगह पर ये बोर्ड लगा है, उसके ठीक नीचे और आस-पास बेतहाशा गंदगी के ढेर लगे हैं. यानी की साफ-सफाई सिर्फ हवा में हो रही है. धरातल पर वही गंदगी का आलम है, जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि पालिका किस तरह से बैनरों के सहारे लीपापोती कर सफाई संदेश देकर अपनी ड्यूटी की इतिश्री कर वाहवाही लूट रही है.
इस तरह सरकारी कोष से हजारों रुपये खर्च कर लगाए गए ये बैनर जहां रावतसर नगरपालिका के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के स्वच्छता अभियान के दावों की तो पोल खोल रहे है. साथ ही सोशल साइट्स पर उपहास का विषय बना हुआ है. साथ ही लोग रावतसर पालिका के स्वच्छता अभियान पर सवालिया निशान भी लगा रहे हैं. ये हाल शहर के प्रवेश स्थल के साथ ही जगह-जगह देखने को मिलता है.