डूंगरपुर.जिले में लगातार कोरोना के बढ़ते मामले देखे जा रहे है. डूंगरपुर में कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला 26 मार्च को आया था, जहां इंदौर से लौटे पिता-पुत्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इसी बीच परिवार के दादा और पोता भी कोरोना पॉजिटिव निकले. इसके बाद सीमलवाड़ा क्षेत्र में तब्लीगी जमात से लौटा एक युवक भी कोरोना पॉजिटिव निकला. जिसके बाद लॉकडाउन-3 तक डूंगरपुर जिले में कोरोना पॉजिटिव का कुल आंकड़ा 15 तक पंहुचा और इसमें से भी 6 मरीज ठीक होकर घर पंहुच चुके थे और सिर्फ 9 ही केस एक्टिव थे.
इसी दौरान 27 अप्रैल को राजस्थान-गुजरात के बॉर्डर को खोला गया और इसके बाद पहले गुजरात, फिर मुम्बई और अन्य हॉटस्पॉट क्षेत्र से बड़ी संख्या में प्रवासियों का लौटना शुरू हुआ. इसके बाद सरकार ने पहल करते हुए 15 मई को 400 से ज्यादा मुम्बई में फसें प्रवासियों को बसों से डूंगरपूर लाया गया और यही से डूंगरपुर जिले में कोरोना का काउंटडाउन शुरू हो गया.
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16 मई से ऐसे बढ़ा कोरोना मरीजों का सिलसिला, 6 दिनों में पंहुचा 288
प्रवासियों के लौटने के बाद 16 मई को पहले ही दिन कोरोना विस्फोट हुआ और पहले दिन 27 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए. जबकि दूसरे दिन 17 मई को 70 केस, 18 मई को 41 केस, 19 मई को 87 केस, 20 मई को 20 केस और कल 21 मई को 28 पॉजिटिव केस सामने आए, जिससे 6 दिनों में ही 273 कोरोना पॉजिटिव केस की पुष्टि हुई और यह आंकड़ा बढ़कर 288 तक पंहुच गया. हालांकि, इसमें से 8 केस ठीक होकर घर पंहुच चुके है.
लॉकडाउन के बाद 79 हजार प्रवासी पंहुचे, 4454 के लिए गए सैंपल
जिला कलेक्टर कानाराम ने बताया लॉकडाउन के दौरान डूंगरपुर जिले में मुंबई, अहमदाबाद सहित अलग-अलग हॉटस्पॉट, राज्यों और जिलों से करीब 79 हजार लोग डूंगरपूर पंहुचे है, जिसमें से 4754 लोगों के अब तक सैंपल लिए जा चुके है और 4459 लोगों की रिपोर्ट आ चुकी है. इनमें से 288 पॉजिटिव केस आए है जबकि 295 की रिपोर्ट अभी आना बाकी है.