राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

हम भाजपा के सच्चे सिपाही, किसी के बहकावे में आने वाले नहीं : गोपीचंद मीणा - Statement of MLA Gopichand Meena

राजस्थान कांग्रेस में पिछले 2 महीनों में सियासी उठापटक के बीच भाजपा पार्टी में भी सरगर्मियां तेज हो गई थी. कांग्रेस विधायकों की बाड़ाबंदी के बाद भाजपा के कुछ विधायकों को गुजरात ले जाया गया. गुजरात जाने वाले विधायकों में डूंगरपुर के आसपुर से विधायक गोपीचंद मीणा भी शामिल थे. इस दौरान मीणा पर कई लोगों ने कांग्रेस के बहकावे में आने का भी आरोप लगाया. इन सभी आरोपों को गोपीचंद मीणा ने निराधार बताया है.

विधायक गोपीचंद मीणा का बयान,  Statement of MLA Gopichand Meena
गोपीचंद मीणा का बयान

By

Published : Aug 31, 2020, 11:53 AM IST

डूंगरपुर.प्रदेश में पिछले दिनों चले सियासी घमासान के बीच भाजपा में भी उठापटक चली. इसी बीच डूंगरपुर के आसपुर से भाजपा विधायक गोपीचंद मीणा के गुजरात जाने और फिर विधानसभा से गायब रहने पर कई सवाल उठने लगे. जिसे लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने तलब भी किया. इन तमाम बातों को लेकर मीणा ने अपनी सफाई पेश की है.

गोपीचंद मीणा का बयान

आसपुर विधायक गोपीचंद मीणा का कहना है कि भाजपा पार्टी संगठन के माध्यम से चलती है और उन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे सरासर गलत हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार में जब सियासी घमासान मचा हुआ था. उस समय भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और वरिष्ठ नेता धर्मनारायण जोशी के कहने पर वे गुजरात गए और फिर उन्हीं के कहने पर वापस लौटे. विधायक ने कहा कि वे ना तो किसी के इशारे पर गए थे और ना ही कांग्रेस के बहकावे में आए थे.

खराब की जा रही राजनीतिक छवि...

उन्होंने कहा कि कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि विधायक कांग्रेस से मिल गए थे, लेकिन वे लोग भ्रमित करने और उनकी राजनीतिक छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस के जिन नेताओं से मिलने का आरोप उन पर लग रहा है, उनका मुंह तक नहीं देखा है. उन्होंने कहा कि उन पर आरोप लगाने वाले लोग उनकी पार्टी या दूसरे भी हो सकते हैं, जिन्हें वे जानते तक नहीं हैं.

यह भी पढ़ें :कांग्रेस की नब्ज टटोलने माकन जयपुर तो पधारे, लेकिन पार्टी नेताओं में फैला कोरोना बना चुनौती

उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओ से भी दो टूक कहा कि अगर वे उनके बारे में कुछ सोचते हैं, तो उनके पास आकर ही साफ कह दें कि आप दो बार एमएलए बन चुके हो. अब दूसरे को मौका दो, तो मैं तैयार हूं. पार्टी का जैसा आदेश होगा, उसी पर एकजुट होकर काम करूंगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details