डूंगरपुर. जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग की ओर से जनजाति समाज की 130 बेटीयों को शनिवार को स्कूटी वितरण किया गया. स्कूटी पाकर बेटियों के चेहरे खुशी से खिल उठे. बेटियों ने स्कूटी मिलते ही उसके साथ मिले हेलमेट को पहना और फिर निकल गई सवारी करने. वहीं जिन बेटियों को स्कूटी चलाने नहीं आती उनके परिजन लेकर गए.
बता दें कि डूंगरपुर जिले में इस साल 10वीं और 12वीं में 65 प्रतिशत या इससे ज्यादा अंक हासिल करने वाली 490 बेटियों को स्कूटी दी जाएगी. एसबीपी कॉलेज के पीछे स्थित बालिका छात्रावास में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि टीएडी के राज्यमंत्री अर्जुन मीना ने कहा कि जिन बेटियो को आज स्कूटी मिल रही है बधाई के पात्र हैं, लेकिन इतने से खुश होने की जरूरत नहीं है. बल्कि इससे ज्यादा अंक हासिल कर आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, इंजीनियर बनने की जरूरत है. और बहुत बड़ा मुकाम हासिल करना है.
जनजाति समाज की 130 बेटियों को मिली स्कूटी तो खिल उठे चेहरे, इस साल 490 बेटियों को मिलेगा लाभ...
जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग की ओर से डूंगरपुर जिले की जनजाति समाज की 130 बेटीयों को शनिवार को स्कूटी वितरण किया गया. स्कूटी पाकर बेटियों के चेहरे खुशी से खिल उठे. बेटियों ने स्कूटी मिलते ही उसके साथ मिले हेलमेट को पहना और फिर निकल गई सवारी करने. वहीं जिन बेटियों को स्कूटी चलाने नहीं आती उनके परिजन लेकर गए.
डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा ने कहा कि राज्य सरकार हर वर्ग के व्यक्ति का विकास चाहती है. लेकिन कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं, जाति, समाज और धर्म के नाम पर लड़ा रहे हैं. जबकि मैें कहता हूं कोई जाति धर्म नहीं होता हम सब पहले इंसान हैं. वहीं पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा ने कहा कि सरकार ने टीएसपी क्षेत्र में 45 प्रतिशत एसटी, 5 प्रतिशत एससी और बाकी 50 प्रतिशत पर स्थानीय सभी वर्ग के लिए आरक्षण की व्यवस्था की है. जिसका फायदा अभी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में ही मिला है और 700 से ज्यादा एसटी के बच्चे शिक्षक बने हैं. लेकिन कुछ लोग (बीटीपी का नाम लिए बिना) यहां के युवाओ को आरक्षण के नाम पर गुमराह कर रहे हैं. उनसे बचकर रहने की जरूरत है. कलेक्टर चेतन देवड़ा ने कहा कि जिले से अगले साल 1 हजार से ज्यादा बेटियों को स्कूटी मिले, ऐसी शिक्षा दी जाएगी. कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश खोड़निया, प्रधान लक्ष्मण कोटेड ने भी संबोधित किया.