डूंगरपुर.जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से गठित स्पेशल टीम की ओर से नकली घी बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया. दोनों व्यापारी भाई तेल और वनस्पति घी के साथ देशी घी की सुगंध वाला एसेंस मिलाकर नकली घी तैयार करते थे. फिर असली देशी घी बताकर बाजार में बेचते थे. अब पुलिस मामले में जांच कर रही है.
पुलिस ने पदमावती ट्रेडिंग कंपनी और उसके गोदाम से 1500 लीटर तैयार नकली घी जब्त किया है. यह घी एक नामी ब्रांडेड देशी घी कंपनी के हूबहू डिब्बों और पैकिंग में भरा गया था. जिसे लोगों को असली घी बताकर बेचा जाता था. इसके अलावा तेल के स्टिकर लगे 15-15 किलो के टिन में भी नकली घी भरा हुआ मिला. जब कोई खरीदार आता, तब टिन पर घी का स्टिकर लगाकर बेच देते.
पुलिस के अनुसार यह नकली घी पामोलिव ऑइल के साथ ही वनस्पति घी को मिलाकर गर्म किया जाता था. जिससे दोनों का सही मिश्रण हो जाये. इसके बाद इसमें देशी घी का एसेंस मिला दिया जाता था. फिर इस मिश्रण को घी के डिब्बों में भर दिया जाता था.
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व्यापारी ब्रांडेड कंपनी के स्टिकर लगे 15 लीटर, 1 लीटर और आधा लीटर के पैकिंग में घी भरकर तैयार कर लेते थे. इसके बाद उस ब्रांड के असली घी से 40-50 रुपये प्रति किलो कम रेट में बेचते थे. यह नकली घी 100 रुपये प्रति किलो के भाव से तैयार होता था, जबकि व्यापारी उसे असली बताकर 200 से 300 रुपये प्रति किलो के भाव से बेचते थे. वहीं लोग भी कम रेट के घी के लालच में इसी नकली घी को खरीदते थे.