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कब्रिस्तान में पैंथर: वन विभाग ने वन्य जीव संरक्षण का हवाला दे किया इनकार, कलेक्टर ने दिए पैंथर को पकड़ने के आदेश

डूंगरपुर के एक कब्रिस्तान में पैंथर की आहट से लोग खौफजदा है. कई बार इसे लेकर स्थानीय प्रशासन से गुहार भी लगाई है लेकिन कुछ हो नहीं पाया. वन्य जीव संरक्षण कानून और आम लोगों की जान की फिक्र के बीच मामला अटका रहा. अब जिला कलेक्टर ने वन्य विभाग को निर्देश दिया है कि तत्काल पैंथर को पकड़ा जाए.

Panther in graveyard
कब्रिस्तान में पैंथर

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Published : Sep 1, 2021, 9:29 AM IST

डूंगरपुर:कोतवाली थाने के पीछे नवाडेरा रोड पर कब्रिस्तान में पैंथर की दस्तक से लोग खौफ में हैं. अपने डर को लेकर वन विभाग से गुहार भी लगाई लेकिन सुनी नहीं गई. विभाग ने वन्य जीव संरक्षण का हवाला दे पैंथर को पकड़ने से इनकार कर दिया. थक हार कर लोग कलेक्टर के दर पर पहुंचे तो उन्होंने इस मामले में पैंथर को पकड़ने की कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए हैं.

Viral Video: कब्रितान में लोगों को नजर आया पैंथर, दो शावक भी दिखे

डूंगरपुर शहर में कोतवाली से नवाडेरा रोड पर कब्रिस्तान है. कब्रिस्तान में पिछले कुछ दिनों से लोगों को पैंथर दिखाई दे रहा हैं. लोगों का कहना है कि उन्होंने पैंथर को दो शावको के साथ कब्रिस्तान, भंडारिया, धनमाता की पहाड़ी क्षेत्र में चहल-पहल करते देखा है. इसे लेकर समाज की ओर से जिला कलेक्टर व वन विभाग से पैंथर को पकड़ने की मांग भी की गई.

वन विभाग की न और कलेक्टर की हां

वन विभाग ने वन्य जीव संरक्षण का हवाला देकर पैंथर को पकड़ने से इंकार कर दिया. जिस पर जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने मंगलवार देर शाम को एक आदेश जारी कर वन विभाग के उपवन संरक्षक को पैंथर पकड़ने की कार्रवाई सुनिश्चित करने के आदेश दिए.

कई बार दिखा है पैंथर परिवार

शहर के धनमाता की पहाड़ी पर कई बार पैंथर का कुनबा नजर आया है, जिसके फोटो और वीडियो भी ख़ूब वायरल हुए. वहीं इस पहाड़ी के ठीक नीचे घनी शहरी आबादी है. ऐसे में पैंथर के आबादी में घुसने पर बड़ा नुकसान हो सकता है. वहीं वन्यजीव प्रेमियों का मानना है कि धनमाता की पहाड़ी व उसके आसपास का इलाका पहले जंगल क्षेत्र था, जहां पैंथर समेत कई वन्य जीव रहते थे, लेकिन धीरे-धीरे आबादी बढ़ती गई और जंगल को काटकर मकान बना लिए. ऐसे में वन्यजीवों के लिए जंगल नही बचे. पैंथर का यह कुनबा लंबे समय से पहाड़ी व आसपास के इलाकों में रहता है लेकिन आजतक किसी को कोई नुकसान नहीं पंहुचाया है.

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