डूंगरपुर.देश की तरह ही डूंगरपुर जिले में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जिले में अब तक कोरोना महामारी के 600 से अधिक मरीज आ चुके हैं. रोजाना बढ़ रहे इस संक्रमण से लोगों की चिंता बढ़ती ही जा रही है. वहीं, दूसरी ओर बारिश का सीजन भी शुरू हो चुका है. ऐसे में बारिश से होने वाली जलजनित और मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है. यही वजह है कि अब अस्पतालों में ओपीडी के आंकड़े भी बढ़ने लगे है. जहां अप्रैल और मई महीने में जिला अस्पताल की ओपीडी 100 से 200 मरीजों तक ही सिमट गई थी. वहीं, अब बारिश का मौसम शुरू होते ही संख्या बढ़कर 700 तक पहुंच गई है.
चिकित्सकों की मानें तो बारिश के मौसम में हर साल मौसमी बीमारियां तेजी से फैलती है. खास बात यह है कि इन बीमारियों के लक्षण भी कोरोना की (जैसे- सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार, उल्टी-दस्त के अलावा मलेरिया, डेंगू और स्क्रब टाइफस जैसी कई बीमारियां) तरह ही है, जिससे लोग संक्रमित होते है. अब ऐसी स्थिति में लोगों को ज्यादा सावधानी रखने के जरूरत है. चिकित्सा विभाग ने बारिश का मौसम शुरू होते ही जिले में मौसमी बीमारियों के फैलने की संभावनाओं को देखते हुए तैयारियां शुरू कर दी है.
2 लाख 18 हजार की आबादी पर मलेरिया का खतरा
सीएमएचओ डॉ. महेंद्र परमार ने बताया कि जिले के कुल 101 गांवों में इस बार मलेरिया, डेंगू जैसी मौसमी बीमारियों की संभावनाओं को देखते हुए कार्यक्रम चलाया जा रहा हैं. इन गांवों में कुल 2 लाख 18 हजार 384 की आबादी निवास करती है. चिकित्सा विभाग की ओर से चयनित इन गांवों में बिछीवाड़ा ब्लॉक के 43 गांव है, जिसमें 87 हजार 484 की आबादी चपेट में आ सकती है. इसी तरह सीमलवाड़ा ब्लॉक के 55 गांवों में 1 लाख 16 हजार 352 आबादी है. इसके अलावा डूंगरपुर ब्लॉक के 13 गांवों में 14 हजार 548 आबादी है, जिनमें मलेरिया रोकथाम को लेकर गतिविधियां चलाई जा रही हैं. इन गांवों में डीडीटी छिड़काव का कार्य शुरू कर दिया है.