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स्पेशल स्टोरी : डूंगरपुर के किसान का बेटा बना भारतीय तीरंदाजी टीम का चौथी बार कोच, अब नेपाल में परचम लहराने की तैयारी - डूंगरपुर न्यूज

आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिले के एक आदिवासी किसान का बेटा फिर एक बार भारतीय तीरंदाजी टीम का कोच बनाया गया है. इससे पहले भी कोच जयंतीलाल ननोमा कई उपलब्धियां प्राप्त कर चुके हैं. जानें इस खास रिपोर्ट के जरिए-

coach Jayantilal Nanoma, डूंगरपुर की ताजा खबर

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Published : Nov 24, 2019, 12:35 PM IST

डूंगरपुर. आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिले के एक आदिवासी किसान का बेटा फिर एक बार भारतीय तीरंदाजी टीम का कोच बनाया गया है. जिसकी जानकारी मिलने के बाद से ही जिले के खिलाड़ियों और परिवार में खुशी का माहौल है. वहीं खास बात यह भी है कि यह चौथी बार होगा जब डूंगरपुर के लाल जयन्तीलाल ननोमा को भारतीय कंपाउंड तीरंदाजी टीम की जिम्मेदारी एक कोच के रूप में सौंपी जाएगी.

डूंगरपुर के किसान का बेटा बना भारतीय तीरंदाजी टीम का चौथी बार कोच

बता दें कि अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज जयन्तीलाल ननोमा को चौथी बार भारतीय कंपाउंड तीरंदाजी टीम का कोच बनाया गया है. इससे पहले भी वे 3 बार भारतीय तीरंदाजी टीम के कोच रह चुके है और उनके नेतृत्व में भारतीय तीरंदाजों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए देश के लिए कई मैडल जीते. भारतीय खेल प्राधिकरण की ओर से जयन्तीलाल को कोच नियुक्त किया गया है और उनके साथ गौरव शर्मा को भी सहयोगी कोच के रूप में लगाया है.

अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज जयन्तीलाल ननोमा अभी डूंगरपुर जिला खेल अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे है. जयन्तीलाल बताते है कि आगामी 1 से 10 दिसंबर तक साउथ एशियन गेम्स नेपाल में आयोजित होंगे. जिसमें कई देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. जयन्तीलाल ननोमा के अनुसार भारतीय कंपाउंड तीरंदाजी टीम में 8 महिला और 8 पुरुष तीरंदाज खिलाड़ी शामिल है जो अपने सटीक निशाने से देश के लिए मैडल जितने का प्रयास करेंगे.

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बता दें कि जयंतीलाल के पिता किसान तो माता गृहिणी है. जयन्तीलाल डूंगरपुर शहर से 3 किलोमीटर दूर बिलड़ी गांव के रहने वाले है. पिता जीवाजी किसान है तो वहीं मां गृहिणी है. जयन्तीलाल की इस उपलब्धि पर उनके परिवार में खुशी का माहौल है. जयन्तीलाल ने वर्ष 2013 में आयोजित जूनियर वर्ल्ड चेम्पियनशिप, वर्ष 2015 में वर्ल्ड कप तीरंदाजी प्रतियोगिता और इसके बाद एशियन ग्रांड पिक्स प्रतियोगिता में भी भारतीय तीरंदाजी टीम के कोच रह चुके है.

महाराणा प्रताप और गुरु वशिष्ट अवार्ड सहित कई अवार्ड भी मिले-
अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज और भारतीय तीरंदाजी टीम के कोच बनाएं गए जयंतीलाल ननोमा को वर्ष 2006 में श्रेष्ठ तीरंदाजी के लिए महाराणा प्रताप अवार्ड से सम्मानित किया गया, तो वहीं वर्ष 2017 में तीरंदाजी कोच रहते गुरु वशिष्ठ अवार्ड से नवाजा गया. इसके अलावा उन्हें मानगढ़ धाम पुरुस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.

बता दें कि जयन्तीलाल ननोमा ने वर्ष 1995 से लेकर वर्ष 2013 तक कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया हैं. इस दौरान अपने सटीक निशाने से देश के लिए 11 से ज्यादा गोल्ड मैडल, 10 सिल्वर मेडल ओर 8 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके है. वहीं अन्य कई तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में भी उन्होंने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है.

राजस्थान के सर्वेश पारीक सहित देश के 16 तीरंदाजों की टीम नेपाल जाएगी. नेपाल में आयोजित होने वाले साउथ एशियन गेम्स में भारतीय तीरंदाजी टीम घोषित कर दी गई है. महिला व पुरुष वर्ग में कुल 16 तीरंदाज निशाना लगाएंगे. जिसमें राजस्थान से इकलौते तीरंदाज सर्वेश पारीक, तीरंदाज टीम का हिस्सा होंगे. इसके अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों से कई तीरंदाज है.

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