राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

आदिवासियों के 'हरा सोना' पर कोरोना का ग्रहण, 28 लाख से अधिक का नुकसान - corona eclipse on tendu leaves

आदिवासी बहुल डूंगरपुर के जंगलों में तेंदूपत्ता का संग्रहण कार्य हर साल सरकार को लाखों रुपए राजस्व देता है. लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के चलते तेंदूपत्ता संग्रहण के उद्योग पर ग्रहण लग गया है.

dungarpur news  etv bharat special news  news of tendu patta  corona eclipse on tendu leaves  effect of lockdown on tendu patta
तेंदूपत्ता संग्रहण पर कोरोना कालचक्र का ग्रहण

By

Published : May 15, 2020, 9:01 PM IST

डूंगरपुर.तेंदूपत्ता बीड़ी बनाने के उद्योग में काम लिया जाता है. डूंगरपुर के जंगलों में पाए जाने वाले तेंदू पत्ते की बीड़ी उद्योग में जबरदस्त मांग रहती है. वन विभाग जिले के नौ वन खंडों के लिए हर साल मार्च महीने में तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए टेंडर निकालता है. पिछले साल इन नौ वन खंडों में तेंदूपत्ता संग्रहण के टेंडर से वन विभाग को 46 लाख 24 हजार 672 रुपए की आय हुई थी.

तेंदूपत्ता संग्रहण पर कोरोना कालचक्र का ग्रहण

वहीं इस बार भी वन विभाग ने मार्च महीने में तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य के टेंडर निकाला. लेकिन लॉकडाउन के चलते ठेकेदारों ने कार्य में रूचि नहीं दिखाई. इस बार जिले में नौ में से केवल 3 वन खंडों में तेंदूपत्ता संग्रहण के टेंडर हुए, जिससे विभाग को 17 लाख 47 हजार 362 की आय हुई. इस प्रकार विभाग और सरकार को पिछले साल के मुकाबले 28 लाख 77 हजार 310 रुपए का सीधा-सीधा नुकसान हुआ है. जंगल में से तेंदूपत्ता संग्रहण का समय निकलता जा रहा है. वहीं बारिश आने के साथ ही जंगलों में पड़ा तेंदूपत्ता सड़ जाएगा.

आदिवासियों के जीवन जीने का आधार

यह भी पढ़ेंःस्पेशल: पाली के कपड़ा उद्योग पर मंडरा रहा 'संकट', श्रमिकों के पलायन सहित कई समस्याएं

विभाग को फायदे के साथ रोजगार भी...

वन विभाग तेंदूपत्ता संग्रहण से न केवल सरकार को लाखों की आय होती है, बल्कि क्षेत्र में रहने वाले आदिवासियों को रोजगार भी मिलता है. ठेकेदार तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए स्थानीय आदिवासियों को काम देते हैं. वहीं बदले में मिलने वाले मेहनताने से उनका घर चलता है. लेकिन इस बार कोरोना ने सरकार के साथ इन गरीब आदिवासियों का भी गणित बिगाड़ दिया है. विभाग दावा कर रहा है कि शीघ्र ही ठेकेदारों से संपर्क कर बचे हुए क्षेत्रों में भी तेंदूपत्ता संग्रहण का काम शुरू करवाएगा.

हर साल सरकार को लाखों रुपए मिलता है राजस्व

बीड़ी उद्योग पर भी बुरा असर...

वैश्विक महामारी कोरोना का असर वैसे तो हर वर्ग पर पड़ा है. लेकिन आदिवासी इलाकों में गर्मी के मौसम में आदिवासियों की आय का बड़ा स्त्रोत ठप्प होने से इन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. तेंदूपत्ता संग्रहण न होने से आने वाले समय मे बीड़ी उद्योग पर भी बुरा असर पड़ने की संभावना है. ऐसे में अब देखना होगा कि वन विभाग तेंदूपत्ता संग्रहण को लेकर दूसरे कोई ठेकेदार आते भी है या नहीं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details