डूंगरपुर. शहर के सिंटेक्स तिराहे पर सोमवार को (Rana Poonja Statue Unveiled in Dungarpur) आदिवासी योद्धा राणा पूंजा की मूर्ति का अनावरण हुआ. प्रदेश के जल संसाधन मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया और डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा ने रिमोट से पर्दा उठाकर राणा पूंजा की मूर्ति का अनावरण किया. इस मौके पर कांग्रेस के जनप्रतिनिधि, आदिवासी समाज के संत और बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे. आदिवासी योद्धा राणा पूंजा भील की मूर्ति को लेकर जिले में गरमाई राजनीति के बीच दूसरी मूर्ति का अनावरण किया गया.
मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालविया और विधायक गणेश घोघरा ने मूर्ति का अनावरण किया. मूर्ति का अनावरण होते ही लोगों ने राणा पूंजा अमर रहे के नारे लगाए. इधर इस मौके पर समारोह भी आयोजित हुआ. समारोह को संबोधित करते हुए डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा ने बीटीपी के विधायकों पर जमकर निशाना साधा. विधायक गणेश घोघरा ने कहा कि बीटीपी के विधायक पिछले कई महीनों से आदिवासी जननायक राणा पूंजा की मूर्ति के नाम पर गंदी राजनीति करते हुए अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं, जो राणा पूंजा का अपमान है.
क्या कहा गणेश घोघरा ने.... घोघरा ने कहा कि राणा पूंजा आदिवासियों के अलावा सर्व समाज के पूजनीय हैं, लेकिन बीटीपी के विधायकों ने (Dungarpur MLA Ganesh Ghogra Alleged BTP) पिछले दिनों सदर थाना सर्कल पर चोरी-चुपके मूर्ति स्थापित कर राणा पूंजा का अपमान किया. वहीं, अपने पूज्य के इस अपमान का बदला आदिवासी समाज उनसे जरूर लेगा. गणेश घोघरा ने बिटीपी के नेताओं पर आदिवासी समाज के युवाओं को गुमराह करने और कांकरी डूंगरी जैसे दंगे करवाकर जिले की कानून-व्यवस्था व सामाजिक सौहार्द को बिगड़ने के भी आरोप लगाए.
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समारोह के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया ने राणा पूंजा के आजादी में योगदान के बारे मे बताया. वहीं, बीटीपी के नेताओं के आदिवासी संतों के नाम पर गंदी राजनीति करने पर उनकी आलोचना की. मंत्री मालवीया ने कहा कि संतों की मूर्तियां लोगों को उनके त्याग व बलिदान की याद दिलाती हैं. ऐसे में सम्मानजनक तरीके से ही संतों की मूर्तियां स्थापित होनी चाहिए.