डूंगरपुर. प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) में डूंगरपुर जिला भले ही देश में तीसरे और राजस्थान (Rajasthan) प्रदेश में पहले स्थान पर रहा हो और अधिकारी खुद की पीठ थपथपा रहे हो, लेकिन जिले की चिखली पंचायत समिति की ग्राम पंचायत अंबाडा में प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. यहां गरीब आदिवासियों के नाम के आवास का पैसा सरपंच ने मिलीभगत कर डकार लिया और अपने ही रिश्तेदारों के खाते में डाल दिया.
ऐसे में आवास योजना का हकदार आदिवासी आज भी कच्चे और बिना छत, दरवाजे के टापरो में गुजर-बसर करने को मजबूर है. देश में हर गरीब के सिर पर उसकी खुद की छत हो, इसकी मंशा से केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना चलाई जा रही है, लेकिन डूंगरपुर जिले में इस योजना की सच्चाई कागजो में कुछ और वहीं धरातल पर कुछ और है.
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प्रधानमंत्री आवास योजना में कुछ ऐसा ही हुआ है, डूंगरपुर जिले की चिखली पंचायत समिति की ग्राम पंचायत के अम्बाडा पंचायत क्षेत्र में कई परिवार ऐसे है, जिनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की सूची में तो था, लेकिन असल में उन्हें इसकी जानकारी भी नहीं है.
सरपंच और तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारियों ने मिलीभगत कर अन्य लोगों के खातों में आवास की राशि ट्रांसफर करवा ली. वहीं अपने लिए छत की चाहत में जब मूल लाभार्थी पंचायत और पंचायत समिति पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनके नाम का आवास पहले ही स्वीकृत हो चुका है और राशि भी उठा ली गई है.