डूंगरपुर. जिले में पिछले कुछ दिनों से 'जौहार' शब्द को लेकर राजनीतिक बहसबाजी जारी है. वहीं, इस बीच बहसबाजी में अब साधू, संत, मेट और कोतवाल भी उतर आए हैं. लाखों भक्तों की आस्था का प्रतीक सति सुरमालदास लसूड़िया धाम के अनुयायियों ने भी 'जौहार' शब्द का विरोध किया है. 'जौहार' शब्द का उच्चारण पिछले विधानसभा चुनावों में उभर कर आई बीटीपी की ओर से किया जाता है.
सती सुरमालदास धाम लसूड़िया डूंगरपुर जिले के अनुयायियों, भक्तों, संत, मेट और कोतवाली की बैठक में लसूड़िया धाम के महंत विक्रमदास महाराज ने शिरकत की. महाराज ने बैठक में मौजूद भक्तों से कहा कि पिछले कुछ दिनों से एक पार्टी (बीटीपी) के लोग जनजाति क्षेत्र में लोगों को गुमराह कर रहे हैं. देवी-देवताओं के मंदिर, धाम को निशाना बनाकर ध्वज उतार रहे हैं और अपनी पार्टी का ध्वज लगा रहे हैं. पिछले दिनों सोनार माता मंदिर पर उन लोगों ने माता की ध्वज उतारकर मंदिर के पुजारी से मारपीट तक की थी.