डूंगरपुर. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से देश और दुनिया जूझ रही है तो वहीं शराब तस्कर अपनी चालबाजी से भी बाज नहीं आ रहे हैं. यहां शराब तस्करों और पुलिस के बीच 'तू डाल-डाल, मैं पात-पात' का खेल चल रहा है. तस्कर लॉकडाउन के बावजूद नए-नए तरीकों से शराब को राजस्थान के रतनपुर बॉर्डर से होकर गुजरात में तस्करी के फिराक में है, लेकिन पुलिस भी उतनी ही चुस्त नजर आ रही है. यही वजह है की लॉकडाउन के दौरान भी पुलिस ने शराब तस्करों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा की अवैध शराब के साथ ही तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
दरअसल, जिले में लॉकडाउन के बावजूद शराब तस्करों की गैंग सक्रिय है और वह लॉकडाउन का फायदा उठाकर गुजरात में शराब तस्करी के फिराक में है. लॉकडाउन को दौरान पुलिस ने अवैध शराब तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए लाखों रुपये की अवैध शराब जब्त की है. 22 मार्च से लॉकडाउन लगने के बाद डूंगरपुर पुलिस ने अवैध शराब तस्करी के खिलाफ 28 कार्रवाई की तो वहीं इन कार्रवाई में 28 तस्करों को गिरफ्तार किया है.
पढ़ेंःजालोर: लॉकडाउन की वजह से इलेक्ट्रॉनिक्स सामान के व्यापार में 70 प्रतिशत की कमी
कोविड-19 राहत सामग्रीके स्टीकर लगाकर धूल झोंकने का प्रयास
लॉकडाउन में शराब तस्करी के लिए तस्कर नए-नए तरीके अपना रहे हैं. जिससे वो पुलिस की आंखों में धूल झोंककर शराब तस्करी के अपने मंसूबों में कामयाब हो जाए. तस्कर शराब से भरी ट्रकों पर कोविड-19 सेवा और आवश्यक सामग्री के स्टीकर लगाकर तस्करी कर रहे हैं. इसी के चलते हरियाणा और चंडीगढ़ से शराब भरकर चलने वाले ट्रक कई चेक पोस्ट को पार करते हुए सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर डूंगरपुर तक पंहुच रहे है, लेकिन डूंगरपुर पुलिस की मुस्तैदी के चलते गुजरात में प्रवेश के ठीक पहले ही डूंगरपुर जिले में रतनपुर बॉर्डर पर पकड़े गए. जिसमें से पंजाब और हरियाणा निर्मित भारी मात्रा में अवैध शराब पकड़ी गई.