डूंगरपुर. जिले में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है. क्षेत्र में 12 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते नदी, नाले और तालाब लबालब होकर उफान पर हैं. वहीं, प्रमुख आस्था का केंद्र बेणेश्वर धाम दूसरी बार टापू में तब्दील हो गया है.
डूंगरपुर में बारिश का कोहराम जिले के आसपुर और साबला क्षेत्र में भारी बारिश के चलते एक बार फिर नदी-नाले उफान पर हैं. वहीं, माही बांध के गेट दोबारा खुलने से बेणेश्वर धाम एक बार फिर टापू बन गया है. बेणेश्वर धाम की तीनों पुलियों साबला, वालाई और बांसवाडा पर पानी बह रहा है. जिससे बेणेश्वर धाम टापू में तब्दील हो गया है और वहां स्थाई रहने वाले 20 लोग फसें हुए हैं, लेकिन उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं है. उनके खाने पीने के पर्याप्त इंतजाम वहां मौजूद है.
जानें कहां हुई कितनी बारिश...
बीती रात में जिलेभर में औसत 4 इंच बारिश दर्ज की गई. जिसमें सर्वाधिक बारिश आसपुर में 14 इंच दर्ज की गई है. वहीं, साबला और निठाउवा में 8-8 इंच बारिश दर्ज की गई. इसके अलावा गणेशपुर में 5 इंच, सागवाड़ा, गलियाकोट और धम्बोला में 2-2 इंच बारिश दर्ज की गई. इसी तरह डूंगरपुर, देवल, कनबा, वेन्जा और चिखली में एक-एक इंच बारिश दर्ज की गई.
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बता दें कि भारी बारिश के चलते बोडिगामा छोटा, बोडिगामा बड़ा और पिंडावल समेत कई गांव पानी में डूब गए हैं. घुटनों-घुटनों तक पानी भरने के कारण इन गांवों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ पड़ा है. बारिश के चलते खेड़ा आसपुर में पुल पर पानी आने से खेड़ा आसपुर-सागवाड़ा मार्ग बाधित हुआ है. इसके अलावा अमृतिया गांव में भी पुल पर पानी बहने से आसपुर-रामगढ़ मार्ग बाधित हो गया है. इसी तरह पिंडावल में पुल पर पानी आने से आसपुर-बांसवाड़ा मार्ग भी बाधित हुआ है.