डूंगरपुर.शराब की बिक्री से मिलने वाले राजस्व के मामले में आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिला पिछड़ता जा रहा है. इस बार डूंगरपुर जिले को लक्ष्य के मुकाबले 101 करोड़ रुपये का राजस्व कम हासिल हुआ है. इसे लेकर आबकारी विभाग कोरोना को सबसे बड़ा कारण बता रहा हैं और लक्ष्य के अनुसार, कम शराब बिक्री करने वाले ठेकेदारों से पैनल्टी वसूल कर राजस्व प्राप्ति की जाएगी.
प्रदेश को शराब से सबसे बड़ा राजस्व मिलता है. वहीं, आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिला हमेशा ही शराब से राजस्व के मामले में अव्वल रहा है. लेकिन, इस साल कोरोना के कारण डूंगरपुर जिले के टारगेट से काफी कम राजस्व प्राप्त हुआ हैं. जिला आबकारी अधिकारी देवेंद्रगिरी ने बताया कि डूंगरपुर जिले को वित्तिय वर्ष 2020-21 के लिए 235 करोड़ रुपये का टारगेट दिया गया था, लेकिन इस वित्तिय में डूंगरपुर जिला 133 करोड़ 80 लाख रुपये का राजस्व ही हासिल कर सका है.