डूंगरपुर. जिले में मेघवाल समाज की ओर से मेघवाल छात्रावास में संभाग स्तरीय दलित चिंतन समागम कार्यक्रम का आयोजन किया (Dalit Chintan Samagam in Dungarpur by Meghwal community) गया. कार्यक्रम में राजस्थान के टीएसपी क्षेत्र में एससी समाज को 5 की जगह 16 फीसदी आरक्षण दिए जाने की मांग उठाई गई है.
कार्यक्रम में प्रदेश आपदा मंत्री गोविन्दराम मेघवाल, एससी वित्त एवं विकास आयोग के अध्यक्ष डॉ. शंकर यादव, एआईसीसी एससी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश लिलोठिया, गुजरात के दलित विधायक जिग्नेश मेवानी सहित कई दलित नेताओं व कांग्रेसी नेताओं ने भाग लिया.
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समागम में मेघवाल समाज 65 परगना के संरक्षक जगदीश यादव ने कहा कि 22 सालों से टीएसपी में उनके 16 फीसदी आरक्षण को घटा कर 5 फीसदी कर दिया गया है. इसे बहाल किया जाए. वहीं टीएसपी क्षेत्र में प्रशासनिक सेवाओं में दो फीसदी आरक्षण व राजनीतिक आरक्षण की भी मांग रखी गई. समागम के मुख्य अतिथि मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने कहा कि उपयोजना क्षेत्र का दलित समाज आज भी विकास की मुख्यधारा से दूर है. समाज की पैरवी सरकार से की जाएगी.
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राजेश लीलोठिया ने कहा कि किसी अमीर कार्यकर्ता को प्रदेश सरकार के एससी वित्त विकास आयोग का अध्यक्ष बनाया होता, तो उसे इसकी कद्र नहीं होती. लेकिन 40 साल तक पार्टी की जाजम बिछाने वाले जमीनी और गरीब कार्यकर्ता को उस पद की कद्र जरूर होती है. डॉक्टर शंकर यादव ने भी कहा कि 36 कोमों को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी मेरी है और इसमें कहीं चूक नहीं होगी. समागम में डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा, एआईसीसी के सीडब्ल्यूसी मेंबर रघुवीर मीणा, पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा सहित दलित समाज के प्रदेशभर से आए प्रतिनिधियों ने शिरकत की.
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समागम से पूर्व मीडिया से रूबरू होते हुए मंत्री मेघवाल ने अनावृष्टि से हुए खराबे का मुआवजा मिलने में देरी के सवाल पर कहा कि मुआवजा प्रक्रिया में है और जल्द ही पीड़ित किसानों के खातों में रकम ट्रांसफर कर दी जाएगी. साल 2013 में हुई उत्तराखंड त्रासदी के पीड़ित परिवारों को सरकारी नौकरी दिलाए जाने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है. यदि मुख्यमंत्री ने घोषणा की है, तो इसे पूरा भी करेंगे.