डूंगरपुर. तौकते तूफान लगातार गुजरात और राजस्थान की ओर बढ़ रहा है. इसने असर भी दिखाना शुरू कर दिया है. डूंगरपुर में सोमवार को तेज हवाओं के बाद मूसलाधार बारिश हुई. तेज बारिश के बाद शहर की सड़कें दरिया बन गई. सुबह से ही जिले में आसमान में बादल छाए हुए थे. लेकिन दिन जैसे-जैसे चढ़ने लगा आसमान खुल गया और गर्मी बढ़ने लग. लेकिन शाम होते ही मौसम ने फिर से रंग बदला और जिलेभर में मूसलाधार बारिश हुई.
डूंगरपुर में तौकते का कहर पढे़ं: राजस्थान में तौकते चक्रवात को लेकर मौसम विभाग का क्या है अनुमान ?
शाम के समय पहले तेज हवाएं चली. जिससे कई पेड़ गिर गए और बिजली के पोल उखड़ गए. उसके बाद करीब 1 घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई. जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया. पुराने शहर में तो हाल और भी खराब था. सड़कें नदियों में तब्दिल हो चुकी थी और लोगों के घरों में पानी घूस गया. तेज बारिश के चलते शहर की बत्ती भी गुल हो गई. जिससे आमजन खासे परेशान नजर आये.
Cyclone Tauktae का नाम कहां से आया
तौकते तूफान का नाम म्यामांर ने दिया है. Tauktae का मतलब 'गेको' होता है. यह एक छिपकली है. जिसे बर्मा में काफी चुस्त और फुर्तीली छिपकली के नाम से जाना जाता है. 13 देशों का एक पैनल है, जिसमें शामिल देश बारी-बारी से चक्रवाती तूफानों का नामकरण करते हैं. इन 13 देशो में भारत, पाकिस्तान, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, ओमान, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, यूएई और यमन शामिल हैं.