डूंगरपुर. कांग्रेस प्रत्याशी भगोरा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा है कि बीटीपी के नेताओं ने आरक्षण बेच खाने का आरोप लगाते हुए एसटी समाज के युवाओं को भ्रमित/गुमराह करने का काम किया है, लेकिन अब लोगों को सच्चाई पता चल गई है. कांग्रेस ने आरक्षण बेचने का नहीं बल्कि टीएसपी क्षेत्र में रहने वाले जनजाति वर्ग को 45 प्रतिशत, एससी वर्ग को 5 प्रतिशत और बाकी बचा 50 प्रतिशत वरीयता के आधार पर सभी वर्ग के लिए आरक्षित करने का काम किया.
चुनाव जितने के बाद भी BTP के विधायक एक हैंडपम्प का ठुठा लगवाने की क्षमता नहीं रखते : कांग्रेस प्रत्याशी ताराचन्द भगोरा
डूंगरपुर-बांसवाडा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ताराचन्द भगोरा ने बीटीपी को झूठी और युवाओं को भ्रमित करने वाली बताते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में बीटीपी के 2 विधायक जीतकर आए. लेकिन वह आदिवासियों के विश्वास पर खरे नहीं उतरे. साथ ही ये हैंडपम्प का एक ठुठा लगवाने तक कि क्षमता नही रखते हैं.
यही वजह है कि अभी जो भर्तियां कांग्रेस राज में हुई है. उनमें जनजाति वर्ग के 1078 में से 726 युवाओं को नौकरी मिली है. ताराचन्द भगोरा ने कहा कि बीटीपी के लोग खुद समाज का ठेकेदार बताकर भाजपा-कांग्रेस के नेता को गुलाम कहते थे. ऐसे हल्के शब्दो का इस्तेमाल करते हैं, जिससे जनता गुमराह हुई. लेकिन कांग्रेस की सरकार बनी तो इस बात की गारंटी है कि सरकारी नौकरियो में वरीयता मिलेगी.
डूंगरपुर-बांसवाडा दोनों जिलो में बराबर विकास होगा. पावर प्रोजेक्ट, रेल लाइन, हाइवे, विधुतीकरण जैसे कई बड़े काम करवाये जाएंगे. जिससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. साथ ही बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि अब यहां का युवा भी समझ गया है कि अगर बीटीपी को वोट दिया, तो हमारा भी कही न कही नुकसान होगा. इसलिए अब यहां की जनता कांग्रेस पर पूरा भरोसा जता चुकी है. और कांग्रेस की जीत पक्की है.