डूंगरपुर.जिले में लगातार कोरोना के केस बढ़ते जा रहे है. वहीं इसी बीच राहत की खबर है कि जिले में रिकवरी रेट भी सबसे बेहतर है. इसे लेकर जिला कलेक्टर कानाराम ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जिले में कोरोना केस में किस तरह से बढ़ोतरी हुई और अब रिकवरी को लेकर क्या स्थिति है और रोकथाम को लेकर किस तरह से कदम उठाएं गए इसके अनुभव साझा किए.
डूंगरपुर में रिकवरी रेट बेहतर जिला कलेक्टर कानाराम ने कहा कि जिले में प्रवासियों के आने के बाद अचानक कोरोना केस में बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन प्रशासन और चिकित्सा विभाग की ओर से माकूल व्यवस्था करते हुए प्रत्येक प्रवासी को पहले क्वॉरेंटाइन किया गया और उनके सैंपल लिए गए, जिससे जल्द ही पॉजिटिव केस सामने आ गए और जो नेगेटिव थे, उन्हें भी 14 दिन होम क्वॉरेंटाइन के निर्देशों के साथ घर जाने दिया गया.
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कलेक्टर ने कहा कि जिले में 80 से ज्यादा अलग-अलग गांवों से कोरोना मरीज आए और उन गांवों में कर्फ्यू लगाने के साथ ही सैंपलिंग कार्य करवाना एक चुनौती था, फिर भी उसे पूरा किया गया. डूंगरपुर जिला कोविड अस्पताल के साथ ही कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों को एलोपैथी के साथ ही आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक ट्रीटमेंट से इलाज किया गया.
जिससे लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी हुई. कलेक्टर ने कहा कि जिले में अब तक साढ़े 11 हजार से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए गए है, जिसमें से 382 कोरोना पॉजिटिव केस आए है. इसके अलावा 359 केस नेगेटिव हो चुके है और 272 मरीजों की छुट्टी भी हो चुकी हैं. वर्तमान में जिले में केवल 23 एक्टिव केस ही बचे है और कोई भी मरीज सीरियस नहीं है. पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है जो जल्द ही ठीक हो जाएंगे.
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कलेक्टर ने कहा कि जिले में जनसंख्या के अनुपात में प्रति लाख 600 मरीजों की जांच की गई, जबकि पॉजिटिव रेट 3.5 प्रतिशत रही है. कलेक्टर ने कहा कि अनलॉक 1.0 में अब कई छूट मिली है, लेकिन लोगों को जागरूक होना पड़ेगा. जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले अन्यथा घरों में ही रहने की अपील की है. साथ ही लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतया पालन करने और मुंह पर मास्क लगाकर रखने की भी अपील की गई हैं.