डूंगरपुर. भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक देवेंद्र कटारा को बीटीपी में शामिल करने का विवाद थमा भी नहीं है कि अब कांग्रेस विधायक बीटीपी पर हमलावर हो गए हैं. कांग्रेस के प्रतापगढ़ विधायक रामलाल मीणा ने एक बार फिर बीटीपी विधायकों पर सोशल मीडिया वार किया है और बीटीपी की लीज खत्म हो जाने पर कांग्रेस में शामिल होने का न्यौता दिया है.
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प्रतापगढ़ से कांग्रेस विधायक रामलाल मीणा ने एक के बाद एक दो फेसबुक पोस्ट किए. जिसमें उन्होंने डूंगरपुर से बीटीपी के दोनों विधायक राजकुमार रोत और रामप्रसाद डिंडोर को कांग्रेस में मर्ज होने का न्यौता दिया है.
रामलाल मीणा ने पोस्ट में लिखा है कि बीटीपी के दोनों विधायक वास्तव में समाज का भला चाहते हैं. सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी में मर्ज होकर क्षेत्र का विकास करवाएं. गहलोत साहब है तब तक समाज के सब काम हो जाएंगे. वैसे भी बीटीपी लीज पर लाई हुई पार्टी है और इकरार भी खत्म हो चुका है तो फिर किसका इंतजार. इस पोस्ट से कांग्रेस विधायक ने कांग्रेस से दूर जा रहे आदिवासी समाज को साधने का प्रयास किया है. वहीं, बीटीपी में चल रही खींचतान के बीच उन्हें कांग्रेस के साथ मिलकर क्षेत्र के विकास में भागीदार बनने का भी न्योता दिया है.
बीटीपी में मनमर्जी चल रही
कांग्रेस विधायक रामलाल मीणा ने एक और फेसबुक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने बीटीपी में चल रही खींचतान को लेकर हमला किया है. बीटीपी विधायक राजकुमार रोत के जवाब में पलटवार करते हुए कांग्रेस विधायक रामलाल मीणा ने लिखा है कि माननीय रोत साहब बातों को घुमाओ मत, हमने आपसे सीधा सा एक ही सवाल पूछा था कि जब बीटीपी को लीज पर राजस्थान में लाएं और पार्टी इकरार के हिसाब से नहीं चलकर मनमर्जी कर रही है तो कई समाज के कर्णधारों ने बीटीपी से सदस्यता छोड़ दी. आप क्या समाज से अलग हो. आपकी अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. इतनी सी बात पर बौखलाहट.
पोस्ट में शिक्षक भर्ती 2018 में रिक्त रही सामान्य वर्ग की 1167 पदों का भी जिक्र करते हुए लिखा है कि 1167 का ये मैटर कोर्ट में उलझ रहा है और अभ्यर्थियों को पता है कि उनके प्रति मेरी मंशा है. आप ये बताओ कि आपकी लीज खत्म हुई कि आप बीटीपी की सलेक्शन प्रणाली के खिलाफ हो. समाज आपके उत्तर का इंतजार कर रहा है और उत्तर भी सोच समझ कर देना क्योंकि ढाई साल बाद वापस चुनाव है.
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युवा स्क्रीन शॉट तैयार रखेंगे. नॉन टीएसपी के कर्मचारी बाहर जांएगे तो यहां की वैकेंसी बढ़ेगी तो स्थानीय युवाओं को फायदा होगा. इसमें आपको क्या नुकसान है. कांग्रेस विधायक ने बीटीपी पर 1167 पदों को लेकर आदिवासी समाज के युवाओं को गुमराह करने के आरोप लगाते हुए नॉन टीएसपी के सरकारी कर्मचारियों के तबादले के बाद खाली पदों पर स्थानीय युवाओ की भर्ती को लेकर घेरने का प्रयास किया है.
यह है मामला
भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक देवेंद्र कटारा को पिछले महीने बीटीपी के केंद्रीय नेतृत्व ने बीटीपी में शामिल करते हुए प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त कर दिया. इसके बाद से स्थानीय बीटीपी में विरोध शुरू हो गया है. बीटीपी के ही 6 नेताओं ने बीटीपी को राजस्थान में लीज पर लाने का बयान देते हुए बीटीपी से रिश्ता तोड़ लिया. इस पर प्रतापगढ़ कांग्रेस विधायक रामलाल मीणा ने बीटीपी विधायकों से उनकी लीज कब खत्म होगी जैसे सवाल सोशल मीडिया पर दागे. इसके बाद बीटीपी विधायक और कांग्रेस विधायक के बीच सोशल मीडिया पर हमला तेज हो गया है.