डूंगरपुर. राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शैलेन्द्र पंड्या गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर डूंगरपुर में रहे. इस दौरान बाल संरक्षण से जुड़े विभागीय अधिकारियों और स्वयंसेवी संस्थाओं की बैठक लेते हुए निर्देश दिए. इस दौरान रामपुर गांव में संचालित एक मिशनरी आवासीय स्कूल का निरीक्षण किया जिसमें कई अनियमितताएं मिली, जिस पर कलेक्टर को कमेटी गठित करते जांच करने के निर्देश दिए.
बाल संरक्षण आयोग सदस्य के निरीक्षण में एक मिशनरी आवासीय स्कूल में मिली अनियमितताएं बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शैलेन्द्र पंड्या ने जिला परिषद के ईडीपी सभागार में आयोजित बैठक में बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर चर्चा की. बैठक में सवगढ़ सरपंच उर्मिला अहारी ने गांव के युवाओं और बच्चों में टीबी फैलने की बात कही. पंड्या ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ को सवगढ़ गांव के स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य जांच कर राहत पंहुचाने के निर्देश दिए.
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वहीं, पंड्या ने शहर के पास स्थित मिशनरीज आवासीय स्कूल के आकस्मिक निरीक्षण के लिए पंहुचे, जहां स्कूल में पंहुचते ही हड़कंप मच गया. छात्रावास में रहने वाले बच्चे स्कूल के कमरों के बरामदे में फर्श पर बैठकर ही पढ़ाई कर रहे थे. सर्दी का मौसम होने के बावजूद फर्श पर बिछाने के लिए कुछ नहीं था. मौके पर मौजूद स्टाफ से बातचीत की तो संचालक के बाहर होने के बारे में बताया और दूसरी कोई भी जानकारी देने से आनाकानी करने लगे.
वहीं, स्कूल में सफाई के कोई इंतजाम नहीं होने पर नाराजगी भी जताई. उधर, स्टॉफ स्कूल और छात्रावास की मान्यता को लेकर भी कोई दस्तावेज पेश नहीं कर पाए, जिस पर सदस्य पंड्या ने मौके से ही जिला कलेक्टर से फोन पर बातचीत की ओर आवासीय स्कूल की जांच के लिए कमेटी गठित करते हुए जांच के निर्देश दिए. साथ ही इसकी विस्तृत रिपोर्ट बनाकर पेश करने के भी निर्देश दिए हैं.