डूंगरपुर.शिक्षक भर्ती-2018 के तहत टीएसपी क्षेत्र में रिक्त रहीं अनारक्षित वर्ग की 1 हजार 167 सीटों को ST वर्ग के अभ्यर्थियों से भरने की मांग को लेकर 24 सितंबर की शाम को शुरू हुआ उपद्रव चार दिन बाद 27 सितंबर को समझौता वार्ता के बाद थमा था. अब सरकार से लेकर प्रशासन की ओर से स्थितियां सामान्य बताई जा रही हैं. उपद्रवी हाईवे से हट चुके हैं, पहाड़ियों से उतर गए, हाईवे पर पथराव में बिखरे पत्थरों को हटाकर नेशनल हाईवे- 8 को फिर से शुरू कर दिया गया है. सरकार और प्रशासन की नजर में शायद यही सामान्य स्थिति दिखाई दे रही है. लेकिन उन लोगों की ओर सरकार और प्रशासन ने जरा भी गौर नहीं किया, जिनका इस उपद्रव से कोई लेना-देना नहीं है. फिर भी उन्हें लाखों-करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ा और इसका दर्द पीड़ित लोगों के सीने में आज भी है.
ईटीवी भारत की टीम ने मौके के हालात देखे तो हाईवे सुचारू हो चुका है. दिल्ली से मुम्बई आने-जाने वाले वाहन सरपट दौड़ रहे हैं. लेकिन जब ईटीवी भारत की टीम खेरवाड़ा पहुंची तो देखा कि पंचायत समिति के बाहर जली हुई तीन ट्रैवेल्स की बसें उपद्रव के हालात बयां कर रही हैं. इसके बाद खेरवाड़ा कस्बे में 50 से ज्यादा दुकानें, होटल, घर, शोरूम और वाहनों को उपद्रवियों ने तोड़ दिया. लूटपाट की और फिर आग के हवाले कर दिया. इन घरों, दुकानों और होटल के शीशे आज भी टूटे हुए हैं, जिन दुकानों या होटल से सामान लूट लिया या आग लगा दी वे आज भी बंद हैं. क्योंकि उनके दुकान में सामान बेचने के लिए कुछ नहीं बचा है और है तो जली हुई राख.
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होटल में तीन बार की थी लूटपाट
टीम मोतली मोड़ स्थित एक होटल पर पंहुची, जिसे उपद्रवियों ने तीन बार निशाना बनाया. होटल पूरी तरह से कबाड़ में तब्दील हो गया है. होटल के दरवाजे से लेकर खिड़कियों के शीशे, टेबल-कुर्सी, पंखे, एयर कंडीशनर, पलंग और टीवी सब कुछ तोड़ दिया. लूटकर ले गए और फिर आग भी लगा दी. यहां अब बची है तो केवल जर्जर दीवारें और टूटा हुआ कबाड़. इसी होटल के पार्किंग में एसपी जय यादव, एएसपी गणपति महावर सहित अन्य की कारें भी खड़ी हैं, जिसे उपद्रवियों ने जला दिया था. इसी तरह के हालात कुछ दूर आगे होटल ग्रीन लैंड के हैं. यहां पर भी हालत कुछ नहीं बदले, जैसा उपद्रवियों ने यहां के हालात किए हैं, वैसी ही स्थिति आज भी है.
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