डूंगरपुर.भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया सोमवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर डूंगरपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने 1 दिसम्बर से शुरू हो रही जन आक्रोश यात्रा की जानकारी देते हुए कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कांग्रेस विधायकों के मामले में कहा (Poonia on resignations with Speaker CP Joshi) कि कांग्रेस सरकार विधानसभा स्पीकर की वजह से बची हुई है और जल्द ही भाजपा इस मामले में राज्यपाल से मुलाकात करेगी.
पूनिया ने बताया कि 1 से 14 दिसम्बर तक चलने वाली जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा जयपुर से रथों को रवाना कर करेंगे. ये रथ 2 दिसम्बर को जिले में व 3 दिसम्बर को विधानसभा क्षेत्रों में जायेंगे. उन्होंने बताया कि जन आक्रोश यात्रा के माध्यम से वर्तमान कांग्रेस सरकार के काले चिट्ठे घर-घर तक पहुंचाएंगे. वहीं 14 से 20 दिसम्बर तक प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रों में जन आक्रोश सम्मेलनों का आयोजन होगा.
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कांग्रेस सरकार वेंटिलेटर पर:पूनिया ने कांग्रेस में चल रहे सियासी संग्राम पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पहली ऐसी सरकार होगी जिसको बाड़े में बंद होना पड़ा है. कांग्रेस में नूरा कुश्ती व अंतर्कलह चल रही है. जिसके चलते राजस्थान की आवाम तकलीफ में है. कांग्रेसी नेताओं की आपसी लड़ाई के चलते प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है. इस कलह के कारण राजस्थान की सरकार वेंटीलेटर पर है.
स्पीकर की वजह से बची हुई सरकार:वहीं उन्होंने कहा कि हाल ही में इसी अंतर्कलह के चलते कांग्रेसी विधायकों ने विधानसभा स्पीकर को अपने इस्तीफे सौंपे थे. लेकिन उन इस्तीफों पर अभी तक कोई निर्णय विधानसभा स्पीकर ने नहीं लिया है. ऐसे में विधानसभा स्पीकर की वजह से राजस्थान की वर्तमान कांग्रेस सरकार बची हुई है. उन्होंने कहा कि इस मामले में वे गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद राजस्थान के राज्यपाल से मुलाकात करेंगे.
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भाजपा में गुटबाजी व खींचतान नहीं : भाजपा में भी खींचतान के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान भाजपा में किसी भी प्रकार की गुटबाजी व खींचतान नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे पास तीर कमान है, जो निशाने पर है. हम सबका एक ही मिशन है कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सत्ता से बाहर करना है और भाजपा को काबिज करवाना है. वहीं भाजपा में सीएम के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजस्थान में सीएम भाजपा का संसदीय बोर्ड ही फैसला करेगा.
परनामी ने लगाया विश्वासघात का आरोप: सोमवार को अलवर पहुंचे भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा यह सरकार के प्रति आक्रोश है. इस यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया हों या प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया या गुलाबचंद कटारिया सहित सभी बड़े नेता शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि कांग्रेस कि राजस्थान सरकार ने जो वादे किए, उसमें विश्वासघात किया. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अच्छी योजनाओं को बंद कर दिया गया. केंद्र की गरीब कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया गया. इन सभी बातों को लेकर भाजपा जनता के बीच जाएगी.
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उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार केंद्र की किसान निधि, आयुष्मान योजना, उज्ज्वला योजना सहित अनेक योजनाओं के प्रति उदासीन है. उन मुद्दों को भी जनता के सामने रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि 2018 में जब चुनाव हुए थे, तो कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया था, उसे लागू नहीं किया गया. किसानों की कर्ज माफी नहीं की गई. 9000 किसानों की जमीनों की कुर्की के आदेश जारी कर दिए गए और यहां तक कि कई किसानों की जमीन कुर्की कर दी गई थी. बेरोजगारों के साथ छलावा किया गया. भत्ता देने का वादा किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. बिजली की दरों में बढ़ोतरी कर दी गई.